अटकलबाजियों के बीच कि यहां कांग्रेस की हो रही रणनीतिक बैठक में राहुल गांधी को पार्टी में कोई बड़ी भूमिका मिलने वाली है, वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि पार्टी के महासचिव प्रमुख भूमिका पहले से ही निभा रहे हैं, उन पर किसी चीज के लिए दबाव नहीं डाला जाना चाहिए। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के 42 वर्षीय बेटे राहुल गांधी, 2014 के आम चुनाव में पार्टी के प्रचार अभियान का नेतृत्व करने वाले हैं। उनके बारे में दिग्विजय ने कहा, "जहां तक राहुल का सवाल है, उन पर दबाव न डाला जाए। उन्हें अपने तरीके से जीने और काम करने दिया जाए..वह 2014 के आम चुनाव के लिए योजना बनाने वाले समूह का नेतृत्व कर ही रहे हैं। वह पार्टी की युवा इकाई एनएसयूआई की अगुवाई भी कर रहे हैं।"
वहीं पार्टी नेता बी.के. हरिप्रसाद ने कहा, "राहुल गांधी पार्टी के महासचिव हैं, वह समन्वय समिति में हैं, उनके पास करने के लिए पर्याप्त काम हैं।" नेहरू-गांधी परिवार के वारिस राहुल व्यापक तौर पर पार्टी के प्रधानमंत्री पद के भावी उम्मीदवार माने जा रहे हैं। अटकलें लगाई जा रही है कि पार्टी के चिंतन शिविर में राहुल को कोई बड़ी भूमिका सौंपी जाएगी। उल्लेखनीय है कि 2014 के आम चुनाव के लिए पार्टी की रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से कांग्रेस की तीन दिवसीय बैठक जयपुर में शुक्रवार को शुरू हुई।
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