कश्मीर के पुंछ में एलओसी पर अपने दो साथियों की बेरहमी से हत्या से 13 राजपूताना राइफल्स के उनके साथी गम और गुस्से में हैं। पाकिस्तानी सैनिकों की दरिंदगी से वे इस कदर दुखी हैं कि उन्होंने खाना-पीना तक छोड़ दिया। सूत्रों के मुताबिक कमांडिंग ऑफिसर ने उन्हें लाख समझाया, लेकिन वे नहीं मान रहे हैं।
मंगलवार को पुंछ के मेंढर में पाकिस्तान की बलूच रेजिमेंट के सैनिकों ने घात लगाकर हमला कर दो जवानों लांस नायक हेमराज और लांस नायक सुधाकर की गला रेतकर हत्या कर दी थी। पाक सैनिक एक जवान का सिर अपने साथ ले गए थे। इस घटना के बाद से ही यूनिट के साथी जवान काफी आक्रोश में हैं।
भारतीय जवान साथियों की मौत से ज्यादा उनके साथ बरती गई दरिंदगी से गुस्से में हैं। जैसे ही हेमराज और सुधाकर की बेरहमी से हत्या की खबर मिली, 13 राजपूताना राइफल्स की पूरी टुकड़ी ने खाना-पीना छोड़ दिया। जवान अपने साथियों के साथ बरती गई दरिंदगी का बदला चाहते हैं। कामांडिंग ऑफिसर जवानों को मनाने में जुटे हुए हैं।
इस बीच, यह खबर भी आ रही है कि हेमराज और सुधाकर की बर्बर हत्या के बाद पाकिस्तान सेना के जवानों ने जश्न मनाया था। पाकिस्तानी सैनिकों और उनके अधिकारियों के बीच हुई बातचीत को भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने इंटरसेप्ट कर लिया है। इसमें पाक सेना के अधिकारियों को वारदात को अंजाम देने वाले सैनिकों को बधाई देते हुए उन्हें उचित इनाम देने का वादा करते हुए सुना गया है।
सूत्रों के अनुसार, दरिंदगी को अंजाम देने के बाद जब पाक सैनिक वापस अपनी जमीन पर पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले अपनी पोस्ट पर लगे रेडियो सेट से बलूच रेजिमेंट के हेडक्वॉर्डर में उच्चाधिकारियों को इसकी जानकारी दी। इस पर पाक अधिकारियों ने अपने सैनिकों को इस काम की बधाई दी और जश्न मनाने को कहा। अधिकारियों ने इसके लिए उचित इनाम देने का भी वादा किया। इस बातचीत से साफ हो जाता है कि पाक सेना के उच्चाधिकारियों के आदेश पर ही जवानों ने सीमा पार आकर इस कार्रवाई को अंजाम दिया।
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