पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की प्रशंसा करते हुए उन्हें 'माटी का सपूत' बताया और कहा कि राज्य ने विज्ञान एवं अन्य क्षेत्रों में बेहतरीन प्रतिभाएं दी हैं। भारतीय विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन सत्र के दौरान अपने संबोधन में ममता ने कहा, "मुझे यह कहते हुए गर्व हो रहा है कि बंगाल भारत में विज्ञान का मस्तिष्क है और राज्य के लोगों ने विज्ञान से लेकर साहित्य और कला से संगीत तक जीवन के हर क्षेत्र में योगदान दिया है।"
राष्ट्रपति मुखर्जी की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारे राष्ट्रपति भी माटी के सपूत हैं।" उन्होंने आगे कहा, "बंगाल ने भारत को सबसे ज्यादा नोबल पुरस्कार से सम्मानित होने वाले लोग दिए हैं और राज्य ने कई लोकप्रिय वैज्ञानिक दिए हैं।" केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से नाता तोड़ने के बाद यह पहला मौका था जब ममता का सामना प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से हुआ। पिछले साल राष्ट्रपति चुनाव में ममता ने प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी का पुरजोर विरोध किया था और उनके खिलाफ अन्य दलों को गोलबंद करने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया था।
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