भारतीय और पाकिस्तानी सेना के बीच सोमवार को ब्रिगेडियर स्तर की फ्लैग मीटिंग होगी। इस बैठक का उद्देश्य जम्मू एवं कश्मीर में सीमा पर हो रही झडपों को खत्म करना है। जम्मू एवं कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर स्थित चक्कन दा बाग पर बैठक होगी। यह जानकारी रविवार को सेना के सूत्रों ने दी।
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की अमानवीय कारनामे के बाद उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए भारत ने ब्रिगेडियर स्तर की बातचीत का प्रस्ताव रखा था जिसे पाक अभी तक टान रहा था। पाकिस्तान ने घटना की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र से जांच की अपील की थी। रविवार को पाकिस्तान ने फ्लैग मीटिंग के लिए सहमति जताई।
नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना की अमानवीय कारनामे के बाद उत्पन्न तनाव को कम करने के लिए भारत ने ब्रिगेडियर स्तर की बातचीत का प्रस्ताव रखा था जिसे पाक अभी तक टान रहा था। पाकिस्तान ने घटना की जांच के लिए संयुक्त राष्ट्र से जांच की अपील की थी। रविवार को पाकिस्तान ने फ्लैग मीटिंग के लिए सहमति जताई।
इससे पूर्व चौथे दिन शनिवार को भी पाक ने एलओसी की सात चौकियों पर अंधाधुंध गोली बारी की। रात लगभग नौ बजे से मेंढर सेक्टर में कृष्णा घाटी से बालाकोट तक अस्सी किलोमीटर लंबी एलओसी की क्रांति-1, क्रांति-2, छज्जा, मान, रवि-1, रवि-2, नंगा टेकरी और घोडा पोस्टों पर भारी गोलीबारी की। जवाब में भारतीय जवानों ने भी उसी प्रकार जवाब दिया। हालांकि ऎसे माहौल में उस क्षेत्र में रहने वाले लोगों के दिलों में डर बैठा हुआ था।
चार दिन पहले दो साथियों की शहादत से दुखी जवानों ने एलओसी पर लोहडी नहीं मनाई। पुंछ-रावलकोट बस सेवा बंद है। एलओसी ट्रेड रूक जाने से चक्कन दा बाग में सामान भरे करीब 70 ट्रक खडे है। कश्मीर डिवीजन के उडी सेक्टर पर कमान पोस्ट से पीओके की तरफ सामान से लदे पचास ट्रक रवाना किए गए। ताजा बर्फबारी और सीमांत इलाकों में मौसम खराब होने की वजह से सीजफायर का उल्लंघन दोबारा होने की संभावनाएं भी और बढ गई हैं। सीमांत क्षेत्र की पुलिस चौकियों को भी मुस्तैद कर दिया है। ग्रामीण सुरक्षा समितियां (वीडीसी) को भी सक्रिय किया गया है।
जम्मू जोन के आईजीपी दिलबाग सिंह के अनुसार घुसपैठ की प्रबल आशंकाओं और सीमा पर पैदा हुए तनाव के कारण पुलिस ने एहतियात के तौर पर सुरक्षा के कडे कदम उठाए हैं और जवानों को मुस्तैद किया गया है।
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