विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के कार्यवाहक अध्यक्ष के तौर पर काम कर रहे वेद प्रकाश को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया गया। लगभग दो साल पद के खाली रहने के बाद उनकी नियुक्ति की गई। सूत्रों ने बताया कि पद के लिए उम्मीदवारों के नाम छांटने के उद्देश्य से पिछले साल सितंबर में सरकार ने एक नई खोज एवं चयन समिति का गठन किया था। इसके बाद 18 जनवरी को अब यह नियुक्ति की गई।
सूत्रों ने बताया कि शीर्ष पद के दावेदारों में भारत के मुख्य सांख्यिकीविद टीसीए अनंत और टाटा इंस्टीटयूट ऑफ सोशल साइंसेज के अध्यक्ष एस परशुरामन शामिल थे। फरवरी 2011 में एस थोराट के सेवानिवृत्त होने के बाद से यह पद खाली था। तब से वेद प्रकाश यूजीसी के कार्यवाहक अध्यक्ष थे। पहली खोज एवं चयन समिति ने आईआईएम बेंगलूर के निदेशक पंकज चंद्रा और हैदराबाद विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति सैयद हसनैन के नाम छांटे थे। लेकिन उनके चयन को लेकर विवाद होने पर सरकार ने चयन प्रक्रिया नए सिरे से शुरू की।
वेद प्रकाश पूर्व में यूजीसी के उपाध्यक्ष और सचिव रह चुके हैं। वह नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ एजुकेशनल प्लानिंग एंड एडमिनिस्ट्रेशन के कुलपति और योजना आयोग में शिक्षा सलाहकार समेत कई दूसरे पदों पर भी रह चुके हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें