अमेरिका में महिलाओं को सीधी लड़ाई पर नहीं भेजने सम्बंधी 1994 में लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का फैसला किया है। इस फैसले के बाद हजारों महिला सैनिकों के लिए मोर्चे पर तैनात होने और दुश्मन के साथ आमने-सामने की लड़ाई का रास्ता साफ हो गया है। यह जानकारी अमेरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटागन के सूचना विभाग 'अमेरिकन फोर्सेस प्रेस सर्विस' ने दी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने बताया कि रक्षा सचिव लियोन पैनेटा और ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ के प्रमुख मार्टिन डेम्पसे इस फैसले की आधिकारिक घोषणा करेंगे। अधिकारी ने बताया कि एक प्रक्रिया के तहत इसका कार्यान्वयन होगा लेकिन उन्होंने अभी इससे ज्यादा जानकारी नहीं दी है।
पिछली फरवरी में इस प्रतिबंध को आंशिक रूप से हटाया गया था। जिसके तहत अमेरिकी थल सेना में 14,500 महिला सैनिकों की नियुक्ति का रास्ता साफ हुआ था। इस नए फैसले के बाद इन पर लगा प्रतिबंध पूरी तरह से हट जाएगा। जिसके बाद थल और मैरिन इंफेंटरी यूनिट में 230,000 से अधिक महिला सैनिकों की नियुक्ति का रास्ता खुल गया जाएगा। अमेरिकी सेना में 14 लाख अधिकारी और जवान कार्यरत हैं और इनमें से 14 प्रतिशत महिलाएं हैं।
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