बिहार में दुर्लभ जलीय जीव डॉल्फिन के शिकार की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। अररिया जिले के जोकीहाट थाना क्षेत्र की नदी से एक डॉल्फिन का शव बरामद किया गया है। वन विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि जोकीहाट के फरसाडांगी से होकर बहने वाली बकरा नदी के किनारे गुरुवार को एक डॉल्फिन का शव बरामद किया गया है। सम्भावना व्यक्त की जा रही है कि नदी में पानी के कम होने के कारण मछुआरे के जाल में डॉल्फिन फंस गई जिसे बाद में मार दिया गया। डॉल्फिन के शव का परीक्षण कराया जा चुका है।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 1999 में अररिया जिले के रामपुर स्थित परमान नदी में तथा 1998 में खरैहिया बस्ती स्थित इसी नदी से डॉल्फिन का शव बरामद किया गया था। कुछ लोगों का मानना है कि गंगा नदी में तैरती हुई डॉल्फिन इन छोटी नदियों में पहुंच जाती है। केंद्र सरकार द्वारा वर्ष 2009 में 'भारतीय वन्य जीव संरक्षण नीति' के तहत डॉल्फिन को सुरक्षा प्रदान की गई है। नदियों में जलस्तर घटने के कारण डॉल्फिन के शिकार की आशंका बढ़ गई है।
विशेषज्ञों के मुताबिक पूरे देश में डॉल्फिन की संख्या 1800 है जिसमें से अकेले बिहार में 1200 डॉल्फिन हैं। आंकड़ों के अनुसार दो-तीन वर्ष पूर्व पटना में गंगा नदी के गाय घाट से लेकर कलेक्ट्रियट घाट तक 200 डॉल्फिन थी परंतु इसकी संख्या अब 25 से 30 रह गई है।
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