बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास नकद के रूप में जहां मात्र 14 हजार रुपए हैं वहीं उनके मंत्रिमंडल में शामिल उनके करीब सभी सहयोगी उनसे अमीर हैं। एक सरकारी वेबसाइट पर लगातार तीसरे वर्ष मंत्रियों की संपति की घोषणा के बाद यह बात सार्वजनिक हुई। पिछले विधानसभा चुनाव में जीत के बाद दूसरी बार मुख्यमंत्री बने नीतीश ने खुद तथा अन्य मंत्रियों को प्रतिवर्ष अपनी संपत्ति की घोषणा करने का निणर्य लिया था। यह तीसरा मौका है जब मुख्यमंत्री और राज्य के अन्य मंत्रियों ने ना केवल अपनी संपति सार्वजनिक की है बल्कि इसे एक सरकारी वेबसाइट पर भी डाला है।
इस वर्ष 28 फरवरी तक सभी विधायकों तथा मुख्य सचिव से लेकर तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों तक के संपत्ति घोषित करने का निर्देश भी दिया गया है। वेबसाइट पर डाले गए आंकड़ों के मुताबिक मुख्यमंत्री के पास जहां नकद मात्र 14,475 रुपए हैं वहीं पर्यटन विकास मंत्री सुनील कुमार पिंटु के पास आठ लाख से ज्यादा नकद रुपए हैं। राज्य में सबसे अधिक धनवान मंत्री शिक्षा मंत्री पी़ क़े शाही हैं, जिनके पास गया, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, सीवान, और पटना में जमीन और मकान हैं।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष वेबसाइट पर डाले गए आंकड़ों के मुताबिक मुख्यमंत्री के पास 46974 रुपए थे। वेबसाइट पर डाली गई संपति के ब्योरे के मुताबिक उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के पास नकद जहां 20 हजार रुपए हैं वहीं मोदी एक करोड़ पांच लख रुपए मूल्य के चल और अचल संपति के मालिक हैं।
इसी तरह मंत्रिमंडल में शामिल कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह, शिक्षा मंत्री शाही, गन्ना मंत्री अवधेश प्रसाद कुशवाहा, पर्यटन मंत्री पिंटु, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री गौतम सिंह, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग मंत्री चंद्रमोहन राय किसी ना किसी हथियार के भी मालिक हैं। राज्य के सहकारिता मंत्री रामाधार सिंह के पास कीमती पत्थर और गहने हैं जिनकी कीमत करीब ढाई लाख के करीब है जबकि कला संस्कृति मंत्री सुखदा पांडेय के पास 10 लाख से अधिक के गहने हैं।
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