मायावती |
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को समाजवादी पार्टी (सपा) की सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों को आबादी के आधार पर आरक्षण दिलाने का शिगूफा छेड़ने वाली सपा केवल मुस्लिम समाज को धोखा देने का काम कर रही है। राजधानी लखनऊ में पार्टी के प्रदेश कार्यालय में संवाददाताओं को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा, "सपा ने अपने चुनावी घोषण पत्र में कहा था कि दलितों की तरह मुसलमानों को भी आबादी के आधार पर 18 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा। लेकिन सरकार अभी तक अपना वादा पूरा नहीं कर पाई है।"
मायावती ने कहा कि सपा की मंशा मुसलमानों को आरक्षण देना नहीं, बल्कि खोखले वादे करके केवल वोट हासिल करना है। सपा के अपने लोग ही अब उसे आरक्षण सम्बंधित वादे की याद दिला रहे हैं। मायावती ने कहा कि जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी भी पिछले दिनों सरकार को उसके वादे की याद दिला चुके हैं। उन्होंने कहा कि सपा के 10 महीने के कार्यकाल में सूबे में चारों तरफ केवल अराजकता और लूट का महौल कायम है। सपा के साथ ही मायावती ने केंद्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की जमकर आलोचना की।
मायावती ने कहा, "आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य में सपा का 10 महीने का कार्यकाल हर स्तर पर विफल साबित हुआ है। सरकार ने हत्या, लूट एवं बलात्कार के मामलों में अपने पिछले रिकॉर्ड से आगे निकल चुकी है।" उन्होंने कहा, "उप्र में चारों तरफ अराजकता का माहौल है। शासन एवं प्रशासन व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। पूरे राज्य में सपा के गुंडों एवं माफियाओं की तूती बोल रही है। जिस पार्टी में गुंडे ही भरे हों उससे अच्छी सरकार चलाने की कल्पना कैसे की जा सकती है।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रदेश का मुख्यमंत्री ही हतोत्साहित करने वाला बयान दे रहा हो तो स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है।
मायावती ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने वाराणसी में कहा था कि प्रदेश की कानून व्यवस्था में सुधार के लिए क्या मैं खुद वर्दी पहनूं। मुख्यमंत्री के इस तरह के बयान के बाद उनकी लाचारी को समझा जा सकता है। मायावती ने कहा कि सूबे की वर्तमान सरकार के 48 मंत्रियों में से 26 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। जब मंत्रिमंडल में इतने भ्रष्ट और आपराधिक प्रवृत्ती के मंत्री शामिल हों तो कानून-व्यवस्था की स्थिति कैसे सुधर सकती है।
सपा के अलावा केंद्र की संप्रग सरकार पर निशाना साधते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस का मंसूबा प्रोन्नति में आरक्षण विधेयक पारित कराने का नहीं है। इसीलिए उसने इस विधेयक को लोकसभा में लटका दिया। दिल्ली दुष्कर्म मामले में मायावती ने कहा कि केवल घटना की निंदा करने और शोक जताने से महिलओं के प्रति उत्पीड़न नहीं रुकेगा। बल्कि इसके लिए सरकार को चाहिए कि वह लोगों से सलाह मशविरा कर कड़े कानून बनाए।
1 टिप्पणी:
achhi samagri jutai hai
TARKESH KUMAR OJHA
KHARAGPUR(WEST BENGAL)
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