दो दिनों में 37 बेटिकट यात्रीयों से 30975 रूपये वसूले गये
नरकटियागंज रेलवे प्लेटफार्म पर चलाए जा रहे विशेष टिकट जाँच के दौरान सप्तक्रान्ति सुपर फास्ट एक्सप्रेस से नरकटियागंज पहुँचे रेलवे दण्डाधिकारी पंकज कुमार मिश्र ने मंगलवार को पहले चरण में 16 बेटिकट यात्रियों से 12555 रूपये बतौर जुर्माना वसूल किया। बताते है कि इसी सिलसिले में 4 फरवरी 2013 को श्री मिश्र ने 18420 रूपये बतौर दण्ड लेकर 21 बेटिकट यात्रियों को बरी किया था। फरवरी 5 को हुए टिकट जाँच के उपरान्त दण्डाधिकारी की मौजूदगी में एक बेटिकट यात्री पकड़ा गया, जिससे दण्ड वसूला गया। इस अभियान में सीटीटीआई कृष्ण देव नारायण प्रसाद, आर.के.सिंह टीटीई नीरज कुमार, अरविन्द कुमार व अन्य के साथ रेलवे सुरक्षाबल के आर.ए.पंडित तथा आरपीएफ के जवान शामिल रहे। इस अभियान में 37 बेटिकट यात्रीयों से दो दिनों में रेलवे को 10375 रेलवे राजस्व तथा 20600 राज्य सरकार को राजस्व प्राप्त हुए है। स्थानीय रेलवे दण्डाधिकारी के लिए नरकटियागंज मंें एक क्वार्टर दिलाने की मांग क्षेत्रीय बुद्धिजीवियों ने की है। उनके बेतिया से आने-जाने में जो समय लगता है, वह वैसे बेटिकट यात्रीयों को लिए काफी महंगा साबित होता है जो समयाभाव में टिकट नहीं ले पाते है। इतना ही नहीं दण्डाधिकारी जाँच बगैर उनकी उपस्थिति में हो जाती है। यदि उनके लिए रेलवे एक क्वार्टर उपलब्ध करा दे तो इस समस्या से निजात पाई जा सकती है।
नीतीश ने बिचैलियों को छोड़ सभी वर्गों को ठगा सात वर्ष में: उपेन्द्र
विगत सात वर्ष में नीतीश ने सभी वर्ग के लोगों का ठगा है लाभान्वित हुए है सिर्फ बिचैलिये। कृषि में रोजगार की अपार संभावनाएं है, लेकिन बिहार विकास के पथ पर है का हल्ला कर बिहारी प्रतिभाओं को ठगने का काम किया है, डपोरशंखी सरकार ने जबकि बिहारी मजदूरों का पलायन नहीं रूका। राज्य के सरकार ने विकास का जो दावा किया वह खोखला है, नीतीश की सरकार ने शिक्षा को चैपट कर दिया, युवाओं को दिग्भ्रमित किया है और भारत के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया, शिक्षा को चैपट कर दिया। लोग प्रश्न करते है कि आपने उनका साथ क्यों छोड़ा ? उनके सामने जनसमस्याओं को उठाने पर उनका कहना है इसपर कुछ मत बोलिए अब आप ही बताइये कि हम चुप रहे और अधिकारी जनता के हक को मारते रहे, तो अच्छा! इससे बेहतर है कि मैं जन समस्याओ को उच्छालता रहूँ, सड़क पर धूल फांकू लेकिन जनहित का काम किये बगैर राजसत्ता भोगना मैं अच्छा नहीं समझता। मैंने 4 वर्ष शेष रहते राज्य सभा की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है। अब फैसला आपके हाथ है, हमने 15 वर्ष का वनवास काटा तब परिवर्तन हुआ, लेकिन जनता का काम नहीं हुआ हम जनाकांक्षाओं पर खरे नहीें उतरे, हमने त्यागपत्र दे दिया लेकिन नीतीश कुमार को जनता अपने मताधिकार से वापस बुलाएगी। नीतीश कुमार की बात मान लेता जनता से गद्दारी करता तो जीवन भर ऐश करता लेकिन नहीं मुझे जनता के बीच रह कर जनता का स्नेह पाते हुए उनकी आवाज को बुलन्द करना चाहता हूँ। उपर्युक्त बाते बिहार नव निर्माण मंच के प्रदेश संयोजक उपेन्द्र कुशवाहा ने नरकटियागंज के श्रीराम होटल में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कही। बिहार की जनता विकल्प की तलाश में है, अब तक जीतने विकल्प मिले सबने जनता की आकांक्षाओ पर पानी फेरा है। हमे भरोशा है कि यदि जनता हमें मौका देगी या विकल्प के रूप में स्वीकार करती है तो हम पहली प्राथमिकता में किसान व मजदूर को रखेंगे। गाँधी मैदान के सौदर्यीकरण के नाम पर सरकार उपेन्द्र कुश्वाहा की रैली को रोकने का प्रयास कर रहीं है लेकिन 5 लाख लोगो को रोकने की व्यवस्था करें नीतीश जी हमारी रैली गाँधी मैदान में ही होगी। आप सबो से विनम्र निवेदन है कि बिहार के सर्वागीण विकास के लिए 3 मार्च 2013 को पटना गाँधी मैदान की रैली में शामिल हो और ऐतिहासिक बनावे। कार्यक्रम की अध्यक्षता पहवारी प्रसाद ने किया जबकि संचालन राजेश कुशवाहा ने किया। उनके अलावे पूर्व विधायक सुधांशु शेखर ने कहा कि शराब की बोतल लेकर भ्रष्टाचार बिहार में नंगा नाच कर रहा है। विशेष राज्य की दर्जा का मांग कर उन्होने बिहारियों को छला है। संजय वर्मा ने कहा कि विगत 7 वर्ष मंे नीतीश ने निर्वाचित जन प्रतिनिधियों का बेचारा बना कर रख दिया है। प्रो रामबली सिंह चन्द्रवंशी ने कहा कि जो काम लालू ने 15 वर्ष मंे नहीं किया नीतीश ने सात वर्ष में कर दिखाया, सभी वर्ग के लोगो का छला, अति पिछड़ा आयोग के नाम पर करोड़ो का खर्च किया परिणाम ढूंढते रह जाओगे। सभा को मुखलाल महतो और शैलेश मिश्र ने भी संबोधित किया।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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