मेरा भाग्य अमेरिका के हाथों में नहीं. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013

मेरा भाग्य अमेरिका के हाथों में नहीं.


एक करोड़ डॉलर का इनामी होने के बावजूद लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक हाफिज मोहम्मद सईद पकिस्तान में बेखौफ रह रहा है। सईद के आतंकवादी गिरोह ने ही 2008 में मुंबई पर हमले किए थे जिसमें कई लोगों की जानें गईं। न्यूयार्क टाइम्स के मुताबिक लाहौर में रहने वाले सईद ने कहा कि मैं एक आम आदमी की तरह घूमता हूं। यही मेरा अंदाज है। सईद ने कहा कि मेरा भाग्य खुदा के हाथ में है, अमेरिका के हाथों में नहीं। एक  

लाहौर में उसके परिसर में एक मजबूत आवास, कार्यालय और मस्जिद है। सईद की सुरक्षा में न केवल क्लासिनकोव से लैस उसके वफादार तैनात रहते हैं, बल्कि उसे पाकिस्तान की सरकारी सुरक्षा भी मिली हुई है। पिछले साल सईद ने बड़ी सभाओं को संबोधित किया और प्राइम टाइम टीवी पर दिखाई दिया। अब वह पहले जिस पश्चिमी मीडिया से कन्नी काटता चल रहा था उसे साक्षात्कार देता रहता है।



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