गंगा पर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है। उत्तरप्रदेष के सपा नेता आजम खॉ ने इलाहाबाद कुम्भ में दूषित गंगाजल को लेकर उत्तराखण्ड सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए टिहरी डैम से पानी ना छोड़े जाने का बयान दिया है वहीं उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री बहुगुणा ने टिहरी डैम से व्यापक पानी छोड़े जाने की बात कही है। मुख्यमंत्री का कहना है कि टिहरी डैम से लगातार कुम्भ के लिए पानी छोड़ा जा रहा है और हरिद्वार तक गंगा पूरी तरह शुद्व है लेकिन हरिद्वार से आगे गंगा की निर्मलता को लेकर वहां की राज्य सरकार जिम्मेदार है जबकि उत्तराखण्ड सरकार गंगा को निर्मल व स्वच्छ बनाने में हर सम्भव प्रयास कर रही है।
गौरतलब है कि बीते दिवस सपा नेता आजम खॉ ने इलाहाबाद कुम्भ में गंगा की निर्मलता ना होने को लेकर उत्तराखण्ड सरकार को कटघरे में खड़ा किया था जिसके जवाब में मंगलवार को उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि हरिद्वार तक गंगा पूरी तरह स्वच्छ व मिर्मल है जबकि हरिद्वार के आगे गंगा की निर्मलता बेहद सोचनीय है उन्होने कहा गंगा को लेकर राज्य सरकार गोमुख से लेकर हरिद्वार तक स्वच्छता को लेकर बेहद चिन्तित है।
गंगा पर इससे पूर्व भी साधुसन्तो के साथ साथ कई राजनैतिक दल निर्मलता पर सवाल उठा चुके हैं और वास्तविकता में गंगा की निर्मलता की असलियत बेहद खराब है क्योकि गंगा के अंदर सीवर व कई अन्य प्रदूषित पानी के विलय होने का क्रम अभी भी जारी है और राजनेताओ की इस मुद्दे पर राजनैतिक बहस भी खत्म नही हुई है यदि समय रहते गंगा की निर्मलता को लेकर राजनैतिक दलो ने आत्ममंथन नही किया तो एक दिन विष्चित रूप से गंगा का अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। कुल मिलाकर गंगा को लेकर उत्तरप्रदेष व उत्तराखण्ड सरकार में शीत युद्व शुरू हो गया है।
(राजेन्द्र जोशी)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें