पश्चिम बंगाल के पूर्व मुख्यमंत्री बुद्धदेब भट्टाचार्य ने कहा है कि उनकी पार्टी आगामी पंचायत चुनाव में अच्छी छवि वाले उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी। इसके साथ ही उन्होंने विश्वास व्यक्त किया है कि राज्य का जो गरीब तबका मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) से कट गया है, वह वापस पार्टी के साथ जुड़ जाएगा। बुद्धदेब ने मंगलवार को बंगाली समाचार चैनल, एबीपी आनंद के साथ एक विशेष बातचीत में कहा, "हम ऐसे उम्मीदवारों को मैदान में उतारेंगे, जिनकी स्थानीय स्तर पर अच्छी स्वीकार्यता और अच्छी छवि हो।"
बुद्धदेब ने कहा कि उनकी पार्टी ने दो वर्ष पहले राज्य विधानसभा चुनाव में हार से सबक लिया है। उन्होंने कहा, "हमने अपनी हार के कारणों का विश्लेषण करने के लिए मैराथन चर्चा की है। हमने उन कारणों की पहचान की है। उद्योगों के लिए भूमि अधिग्रहण में हमें एक-दो मामलों में अधिक सावधानी बरतनी चाहिए थी। सार्वजनिक जीवन में गैरजरूरी हस्तक्षेप किया गया था।" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "हमारे कुछ लोगों को अपने मुहल्लों का मालिक बनने से बाज आना चाहिए था। हरेक संस्थान में माकपा के हस्तक्षेप का कोई कारण नहीं बनता था।"
बुद्धदेब ने कहा कि कठिन समय होने के बावजूद उनकी पार्टी के नेतृत्व में वाम मोर्चा ने 1.95 करोड़ वोट हासिल किए थे, जो कि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाले मोर्चे से मात्र 35 लाख कम था। बुद्धदेब ने कहा, "अब यदि 15-20 लाख लोग हमारे साथ वापस आ जुड़े, तो स्थिति पलट जाएगी। हमें विश्वास है कि हम गरीबों को अपने साथ वापस जोड़ने में सफल होंगे। क्योंकि मौजूदा सरकार के साथ उनके कड़वे अनुभव हो रहे हैं।"
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