अमर्त्य सेन |
बिहार के राजगीर में बन रहे अंतर्राष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित प्रोफेसर अमर्त्य सेन ने सोमवार को कहा कि विश्वविद्यालय के लिए बिहार सरकार भरपूर मदद कर रही है। उन्होंने संभावना व्यक्त की कि अगले वर्ष से इस विश्वविद्यालय में पढ़ाई प्रारंभ हो जाएगी। पटना में विश्वविद्यालय शासकीय परिषद की बैठक में भाग लेने के बाद पत्रकारों से चर्चा में सेन ने कहा कि बिहार सरकार तो सहयोग कर रही है, लेकिन केन्द्र सरकार के कारण विलम्ब हो रहा है।
बैठक में हिस्सा लेने वाले सांसद एऩ क़े सिंह ने बताया कि कई मामलों पर विस्तृत चर्चा हुई। विश्वविद्यालय के भवन निर्माण के लिए आवेदन करने वाली आठ कंपनियों पर गहनता से विचार किया गया। उन्होंने बताया कि इनमें से एक कंपनी का चयन मई महीने में कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि अगले वर्ष कम से कम दो विषयों की पढ़ाई प्रारंभ होने की उम्मीद है।
उल्लेखनीय है कि पटना में गवर्निंग बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता सेन ने की। इस बैठक में बोर्ड के करीब सभी सदस्यों ने हिस्सा लिया। मंगलवार को ये सदस्य नालंदा जिले के राजगीर के उस स्थान का दौरा करेंगे जहां विश्वविद्यालय का भवन बनाया जाना है। मंगलवार को राजगीर में विश्वविद्यालय के मेंटर ग्रुप की बैठक होने वाली है, जिसमें आधारभूत संरचना सहित कई मामलों पर चर्चा की जाएगी।
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