बिहार में भारतीय पुलिस सेवा के एक अधिकारी को एक शराब व्यवसायी से 10 करोड़ रुपए की राशि बतौर रंगदारी मांगने के आरोप में मंगलवार को निलंबित कर दिया गया है। यह अधिकारी फिलहाल राज्य मुख्यालय में बगैर किसी जिम्मेदारी के कार्यरत थे। राज्य के गृह विभाग के प्रधान सचिव आमिर सुबहानी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि कर्तव्य पालन में लापरवाही बरतने, पद का दुरुपयोग करने, पद की गरिमा के प्रतिकूल कार्य करने और भ्रष्ट आचरण के आरोप में सारण के पूर्व डीआईजी आलोक कुमार को निलंबित कर दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि पिछले महीने पुलिस महानिरीक्षक (बजट) अनुपमा एस़ निलेकर ने शराब व्यवसायी टुन्ना जी पांडेय द्वारा आलोक कुमार और उनके लोगों पर 10 करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने का आरोप लगाए जाने की जानकारी पत्रकारों को दी थी। इसके बाद पुलिस ने पूरे मामले की जांच करते हुए मामले में कुछ सत्यता पाने के बाद आलोक कुमार को डीआईजी के पद से हटा दिया था। इधर, पुलिस मुख्यालय ने अपनी जांच रिपोर्ट गृह विभाग को सौंप थी, जिसमें कुमार को निलंबित करने की सिफारिश की गई थी। कुमार 1997 बैच के जम्मू कश्मीर कैडर के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें