लोगों की सेवा करना चाहती हूं : मलाला - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

मंगलवार, 5 फ़रवरी 2013

लोगों की सेवा करना चाहती हूं : मलाला

मलाला यूसुफजई
मलाला यूसुफजई

पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा के लिए काम करने के कारण तालिबान के हमले का शिकार हुई किशोरी कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई ने कहा है कि वह लोगों की सेवा करना चाहती है और उसकी इच्छा है कि हर बच्चा, हर लड़की शिक्षित हो। मलाला (15) ने रिकॉर्ड किए हुए एक बयान में कहा है कि दिन-प्रतिदिन उसकी तबीयत ठीक हो रही है। मलाला ने यह बयान अपने हाल ही में हुए ऑपरेशन से कुछ दिन पहले रिकॉर्ड करवाया था। इसमें उसने भविष्य को लेकर आशा जताई है और कहा है कि वह अपने नाम पर बने मलाला कोष के जरिए लड़कियों एवं बच्चों की शिक्षा के लिए काम करना चाहती है।

अपने बयान में मलाला ने कहा है, "आप देख सकते हैं कि मैं जिंदा हूं। मैं बोल सकती हूं, आपको देख सकती हूं, मैं हर किसी को देख सकती हूं और दिन-प्रतिदिन बेहतर हो रही हूं। यह सिर्फ लोगों की प्रार्थना का असर है। अल्लाह ने मुझे नई जिंदगी दी है, दूसरी जिंदगी। मैं लोगों की सेवा करना चाहती हूं। मैं चाहती हूं कि हर बच्चा, हर लड़की शिक्षित हो। इसके लिए हमने मलाला कोष बनाया है।"

कोई टिप्पणी नहीं: