लालकुआं/देहरादून, 7 फरवरी, पुलिस ने लम्बी वैज्ञानिक प्रयोगशाला जांच के बाद आज संजना हत्याकाण्ड का खुलाशा किया । मासूम संजना की हत्या में उसके फूफा को गिरफ्तार करके उसको न्यायलय में पेश किया । इस खुलाशे के बाद जहां पुलिस ने राहत की सांस ली वहीं पीड़ित परिवार भी इस घटना से आज भी आहत है
गौरतलव है कि बिन्दुखत्ता के तिवारी नगर मे 10 जुलाई की रात नवीन राम की 8 वर्षिया पुत्री संजना की बलात्कार के बाद नृशंस हत्या कर दी थी । वह रात में घर में सोई हुई थी रात्रि मंे मासूम बालिका को घर से उठाकर ले गया तथा कामांध व्यक्ति ने 100 मीटर दूर खेत में दुष्कर्म कर दरिंन्दगी की हदें तोड़ते हुए उसकी हत्या कर दी। घंटों खोजबीन के बाद परिजनों ने बालिका का शव बरामद किया। पुलिस अधीक्षक नैनीताल, पुलिस क्षेत्राधिकारी व जनपद के तमाम विशेषज्ञ पुलिस कर्मियों ने घटना स्थल पर डेरा डाला था तथा घटना स्थल की फौरैन्सिक जांच व डॉग स्क्वायड के बावजूद हत्याकाण्ड का सुराग नहीं लग सका है।
घटना क्रम के अनुसार नवीन राम के घर में दस जुलाई की रात लगभग 10.45 बजे सभी परिजन टेलीविजन देखकर सो गये थे कि रात लगभग 11.30 बजे बरसात व आंधी आने के दौरान विद्युत आपूर्ति भंग हो गयी। नवीन के घर में जहां एक कमरे में उसकी मां भगवती देवी, बड़ी बेटी संध्या उम्र 11 वर्ष, संजना उर्फ नानू उम्र 8 वर्ष व 6 वर्षीय पन्नू सोये थे । वहीं दूसरे कमरे में नवीन, उसकी पत्नी गंगा देवी व दो वर्षीय बेटी सुहाना सोये थे। रात्री लगभग एक बजे भगवती देवी की नींद खुली उसने देखा कि बगल में सोई पोती संजना वहां नही है। तो उसने पहले नवीन से पूछा तथा उसके बाद घर का चैनल थोड़ा खुला देखा तो बाहर आकर संजना को आवाज लगायी परन्तु कोई जबाब नहीं मिला तो घबराकर भगवती ने सभी परिजनों को जगा दिया। इसके बाद पड़ोसियों के साथ मिलकर संजना की खोजबीन शुरू कर दी। पूरी रात ढूढने के बाद प्रातः लगभग 5 बजे घर से लगभग 100 मीटर की दूरी में एक सूनसान स्थान पर बालिका का नग्नावस्था में शव बरामद हो गया। बालिका के शरीर में बुरी तरह काटने व नोचने के निशान पाये गये तथा उसी की बनियांन से बालिका का गला घोटा गया था तथा उसके गुप्तांगों में भी चोट के निशान पाये गये।
रात को घर पर सोई नन्ही संजना का कुछ ही घंटो बाद क्षत-विक्षत शव देखकर नवीन का परिवार सुन्न रह गया तथा घर में कोहराम मच गया। आनन-फानन में परिजन मृतका का शव उठाकर घर ले आये और देखते ही देखते सैकड़ो लोग घटना स्थल पर एकत्र हो गये। सूचना पर पहुॅची पुलिस ने पूरे क्षेत्र में घेरा बन्दी कर दी तथा अपर पुलिस अधीक्षक नैनीताल जेएस भण्डारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी लालकुआं सुरजीत सिंह पवांर, कोतवाल बिपिन चन्द्र पन्त, फौरैंसिंक एक्सपर्ट डा. दयाल शरण, एसओजी, हल्द्वानी पुलिस, काठगोदाम पुलिस व भारी मात्रा में पीएसी मौके पर पहुॅच गयी। इसके अलावा काठगोदाम से आये डॉग स्क्वायड ने घंटना स्थल पर घूम घूम कर काफी देर छानबीन की परन्तु कोई पता नहीं चल सका इस बीच लालकुआं कोतवाल का स्थानान्तरण हो गया तथा नये कोतवाल राजकिशोर फर्षवाण ने इस घटना को एक चेलेंज माना तथा घटना का खुलाशा करने का प्रयास किया ।
इस बीच घटना के बाद पुलिस ने ने 57 युवकों के खून के नमूना लेकर उसका डीएनए कराने के लिए सीबीआई लैब दिल्ली भेजा था जहां 49 यवको के खून के नमूने पुरी तरह से नगेटिव आ गये है पुलिस ने फिर से आठ युवको के खून के नमूनो को डीएनए टैस्ट कराने दिल्ली भेजा जहां पर दीपक आर्या नाम के युवक की रिर्पोट पोजटिव पायी गयी पुलिस ने न्यायलय से प्राप्त रिर्पोट के बाद कार्यवाही करते हुए बीती रात्रि दीपक आर्या पुत्र प्रताप आर्या जिसकी तिवारी नगर बिन्दुखत्ता मे ससुराल है को गिरफतार करके धारा 302,376,201, के तहत न्यायलय मे पेश किया । पुलिस के अनुसार 10 जुलाई की रात घटना के बाद पुलिस ने आसपास के अनेक लोगांे से पूछताछ कर एस ओ जी की मदद ली तथा फौरेन्सिक एक्सपर्ट, के साथ डांग स्कावाड की साहयता लेकर संदिग्ध लोगो के फोन भी सर्बिलांस पर लगाये थे । लेकिन पुलिस को कोई भी साहयता नही मिली तथा यह केस लम्बा खिच गया ।
इस बीच वरिष्ठ पुलिस अधिक्षक डा0 सदानन्द दाते के चार्ज ग्रहण करते ही उन्होने इसके वैज्ञानिक आधार पर जांच को प्रथमिकता दी जिसके आधार पर पुलिस ने तेजी दिखायी और आज दिल्ली से जांच रिर्पोट आने के बाद कार्यवाही करते हुए दीपक आर्या को गिरफतार कर लिया । पुलिस टीम मे अपर पुलिस अधिक्षक जे एस भंडारी,पुलिस क्षेत्राधिकारी सुरजीत सिह पवार,कोतवाल राजकिशोर फर्षबाण,वरिष्ठ उपनिरीक्षक शान्ति कुमार गंगबार, हेमचन्द्र पंत,बच्ची सिह विष्ट,बहादुर सिह,विनोद घई,नरेन्द्र सिह खाती त्रिभुवन सिह,किशन शर्मा,दीपक आर्या, दिनेश पपौला,ललित श्रीवास्तव,तालिव हुसैन,प्रमोद राणा प्रकाश आर्या सहित अनेक पुलिस वल उपस्थित था ।
(राजेन्द्र जोशी)
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