जिले में चना फसल के क्षेत्र एवं उत्पादन में भारी वृध्दि
- रिकार्ड 13 हजार 79 हेक्टेयर क्षेत्र में लगाई गई चने की फसल
बालाघाट/ जिले के किसानों द्वारा रबी सीजन में धान की फसल बहुतायत में लगाई जाती रही है। लेकिन गत दो वर्षों से रबी सीजन में धान के रकबे में कमी आई है। और इसका स्थान चने की फसल ने ले लिया है। धान फसल की पेचिदियों, कड़ी मेहनत एवं पानी के अत्यधिक उपयोग के कारण किसानों का रबी सीजन में धान लगाने से मोहभंग होने लगा है। कम लागत, कम मेहनत एवं पानी के सीमित उपयोग से रबी सीजन की चना फसल किसानों में लोकप्रिय होने लगी है।
जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग के संयुक्त प्रयासों से किसानों को रबी सीजन में धान की बजाय गेहूं, चना व अन्य फसलें लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके अच्छे परिणाम भी सामने आ रहे है। गत दो वर्षों की तुलना में इस वर्ष चना फसल के रकबे में भारी वृध्दि दर्ज की गई है। वृध्दि केवल रकबे में ही नहीं बल्कि प्रति हेक्टेयर उत्पादन में भी दर्ज की जा रही है।
उप संचालक कृषि श्री बी.एल. बिलैया ने इस संबंध में बताया कि इस वर्ष जिले के 11 हजार 800 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में चना फसल लगाने का लक्ष्य रखा गया था। लेकिन किसानों द्वारा इस लक्ष्य से कहीं अधिक 13 हजार 79 हेक्टेयर क्षेत्र में चना की फसल लगाई गई है। जो कि अब तक एक रिकार्ड है। गत वर्ष 2011-12 में 10 हजार 290 हेक्टेयर कृषि क्षेत्र में चना फसल लगाई गई थी। वर्ष 2007-08 में जिले में चना फसल की रकबा मात्र 7 हजार 90 हेक्टेयर था।
श्री बिलैया ने बताया कि वर्ष 2007-08 में जिले मे चने का उत्पादन 789 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर था। गत वर्ष जिले में चने का उत्पादन 895 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर था। इस वर्ष जिले में चने की अच्छी फसल को देखते हुए उत्पादन 1275 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर होने का अनुमान है।
चना फसल क्षेत्र के रकबे पर नजर डाले तो पता चलता है कि विकासखंड बालाघाट में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 1155 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 1573 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 1750 हेक्टेयर हो गया है। इसी प्रकार विकासखंड लालबर्रा में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 1430 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 2014 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 2516 हेक्टेयर हो गया है। विकासखंड वारासिवनी में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 951 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 1288 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 1332 हेक्टेयर हो गया है। विकासखंड कटंगी में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 426 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 779 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 896 हेक्टेयर हो गया है।
विकासखंड खैरलांजी में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 502 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 856 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 1115 हेक्टेयर हो गया है। विकासखंड लांजी में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 1145 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 1217 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 2610 हेक्टेयर हो गया है। विकासखंड किरनापुर में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 943 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 1481 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 1500 हेक्टेयर हो गया है। विकासखंड बैहर में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 125 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 382 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 510 हेक्टेयर हो गया है। विकासखंड बिरसा में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 239 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 455 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 600 हेक्टेयर हो गया है। विकासखंड परसवाड़ा में चने का क्षेत्र वर्ष 2007-08 में 174 हेक्टेयर, वर्ष 2011-12 में 245 हेक्टेयर था और चालू वर्ष 2012-13 में बढ़कर 650 हेक्टेयर हो गया है।
17 हजार के लक्ष्य के विरूध्द 11 हजार नसबंदी आपरेशन
बालाघाट/ राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम के अंतर्गत चालू वित्तिय वर्ष 2012-13 में जिले में 17 हजार नसबंदी आपरेशन का लक्ष्य दिया गया है। इस लक्ष्य को 31 मार्च 2013 तक पूर्ण करने के लिए जिला प्रशासन पूरी तत्परता से प्रयास किया जा रहा है। कलेक्टर श्री विवेक कुमार पोरवाल ने स्वास्थ्य विभाग के मैदान अमले के साथ ही महिला एवं बाल विकास विभाग की आंगनवाड़ी कार्र्यकत्ता, ग्राम पंचायतों के सचिवों एवं राजस्व विभाग के मैदान अमले को निर्देशित किया है कि वे नसबंदी आपरेशन के लिए लक्षित दम्पत्तियों को आपरेशन के लिए प्रेरित करें और उन्हें शिविर में लेकर आयें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. के.के. खोसला ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा नसबंदी आपरेशन के लक्ष्य को 31 मार्च तक पूर्ण करने के लिए जिले के विभिन्न स्थानों पर नियमित रूप से नसबंदी शिविर लगाये जा रहे है। अब तक 11 हजार से अधिक नसबंदी आपरेशन किये जा चुके है। नसबंदी के प्रकरण लाने में उत्कृष्ट कार्य करने वाले अधिकारी/कर्मचारियों को पुरूस्कृत भी किया जायेगा। जिले में महिलाओं की तुलना में पुरूषों के नसबंदी आपरेशन की संख्या काफी कम है। नसबंदी आपरेशन कराने वाले पुरूषों को 1100 रु. तथा महिला को 600 रु. की राशि आपरेशन के तत्काल बाद प्रदान कर दी जाती है। पुरूष को नसबंदी आपरेशन के लिए प्रेरित करने वाले व्यक्ति को 200 रु. की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। जबकि महिला को नसबंदी कराने के लिए प्रेरित करने वाले व्यक्ति को 150 रु. की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है।
आंगनवाड़ी कार्र्यकत्ता एवं सहायिका के लिए 15 मार्च तक आवेदन पत्र आमंत्रित
बालाघाट/ एकीकृत बाल विकास परियोजना किरनापुर के अंतर्गत पांच आंगनवाड़ी केन्द्रों में कार्र्यकत्ता एवं सहायिका के रिक्त पदों की पूर्ति के लिए इच्छुक महिला उम्मीदवारों से आवेदन पत्र आमंत्रित किये गये है। आवेदन पत्र आगामी 15 मार्च तक बाल विकास परियोजना कार्यालय किरनापुर में जमा कराये जा सकते है।
किरनापुर परियोजना के अंतर्गत ग्राम डूडवा के आंगनवाड़ी केन्द्र, ग्राम कान्द्रीखुर्द के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक-02 में तथा ग्राम खारा के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक-02 में कार्र्यकत्ता का पद रिक्त है। इसी प्रकार ग्राम वारा के आंगनवाडी केन्द्र एवं ग्राम सिवनीकला के आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक-02 में सहायिका का पद रिक्त है। इन रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए इच्छुक महिलायें आगामी 15 मार्च 2013 तक बाल विकास परियोजना कार्यालय किरनापुर में अपना आवेदन पत्र प्रस्तुत कर सकती है। आवेदक महिला की आयु 01 जनवरी 2013 को 18 से 45 वर्ष के बीच होना चाहिए। आवेदक को संबंधित ग्राम की स्थाई निवासी होना चाहिए।
नाहरवानी में जप्त 150 बोरी धान की 8 मार्च को होगी नीलामी
बालाघाट/ समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के दौरान सेवा सहकारी समिति नाहरवानी में अवैध रूप से बिकने आया 150 बोरी धान जप्त किया गया था। इस जप्तशुदा धान की 8 मार्च 2013 को कृषि उपज मंडी गोंगलई में प्रात: 10 बजे से नीलामी की जायेगी। मंडी के लायसेंसधारी व्यापारी एवं मिल मालिक खुली नीलामी में भाग लेकर जप्तशुदा धान की खरीदी के लिए बोली लगा सकते है।
19 मार्च को वन समिति की बैठक
बालाघाट/ आगामी 19 मार्च को जिला पंचायतकी वन समिति की बैठक का आयोजन किया गया है। समिति के सभापति श्री राकेश डहरवाल की अध्यक्षता में आयोजित यह बैठक जिला पंचायत कार्यालय सभाकक्ष में दोपहर 2 बजे से प्रारंभ होगी। इस बैठक में वन विभाग के विभागीय कार्यों एवं उत्पादन कार्यों की समीक्षा की जायेगी। समिति के सभी सदस्यों एवं संबंधित अधिकारियों को बैठक में उपस्थित होने की सूचना भेज दी गई है।
कलेक्टर ने की राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना की समीक्षा
छतरपुर/06 मार्च/कलेक्टर श्री राजेश बहुगुणा ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में विद्युत विभाग के अंतर्गत संचालित राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना की समीक्षा की। उन्होंने इस योजना के तहत कार्य में तेजी से प्रगति बढ़ाये जाने के लिये कार्यपालन यंत्री श्री व्ही डी पाण्डेय को निर्देश दिये।
कलेक्टर श्री बहुगुणा ने कहा कि योजना के तहत जिले के चिन्हित विद्युत विहीन मजरे-टोलों में बिजली पहुंचाने का कार्य आगामी जून माह तक हर हालत में पूरा करें। उन्होंने कहा कि किये गये कार्य की समीक्षा बैठक अप्रैल माह में पुनः आयोजित की जायेगी। कलेक्टर श्री बहुगुणा ने फीडर सेपरेशन के कार्य की भी समीक्षा कर कार्य समय-सीमा में तेजी से पूरा करने के निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि ग्रामीण क्षेत्रों में प्रत्येक घर में विद्युत प्रदाय उपलब्ध कराने की दृष्टि से आवासीय क्षेत्र जहां विद्युत लाइन उपलब्ध नहीं है, में लाइन विस्तार का कार्य राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजनांतर्गत किया जा रहा है। इस योजना के तहत बीपीएल परिवारों को निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिये जा रहे हैं। जिले के चार विकासखण्डों राजनगर, बड़ामलहरा, बिजावर एवं बक्सवाहा में कुल 511 एवं ईशानगर के एक ग्राम बछरोनिया में सघन विद्युतीकरण एवं 24 अविद्युतीकृत ग्रामों के विद्युतीकरण का कार्य इस योजना में शामिल है। साथ ही 37 हजार 34 गरीबी रेखा के नीचे वाले हितग्राहियों को आवासीय विद्युत कनेक्शन प्रदाय करने का कार्य शामिल है। इसके अलावा 100 से अधिक आबादी वाले अविद्युतीकृत मजरे-टोलों को विद्युतीकृत करने हेतु इस योजना में शामिल किया गया है।
गाइड लाइन तैयार करने हेतु बैठक सम्पन्न
छतरपुर/06 मार्च/जिले में जमीन की गाइडलाइन तैयार करने के उद्देश्य से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में कलेक्टर श्री राजेश बहुगुणा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर श्री बहुगुणा ने बैठक में जमीन की कीमत निर्धारण के संबंध में जिला पंजीयक एवं उपस्थित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में चंद्रपुरा रेल्वे स्टेशन के पास, विशिष्ट ग्रामों जैसे बसारी, एनटीपीसी से लगा क्षेत्र, ओरछा रोड थाने के पीछे की जमीन आदि की कीमत बढ़ाये जाने के संबंध में चर्चा की गई। बैठक में जिला रजिस्ट्रार ने बताया कि चालू वित्तीय वर्ष में जनवरी माह तक 41 करोड़ 96 लाख रूपये राजस्व की प्राप्ति हुई है।
सहायक शिक्षिका निलंबित
छतरपुर/06 मार्च/कलेक्टर श्री राजेश बहुगुणा ने शासकीय बालक प्राथमिक शाला, पनौठा में पदस्थ सहायक शिक्षिका सोना पारोची को बिना किसी पूर्व सूचना के लगातार कत्र्तव्य से गैर हाजिर रहने पर निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में श्रीमती पारोची का मुख्यालय विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी कार्यालय, छतरपुर नियत किया गया है। इस दौरान वे बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ सकेंगी। सहायक शिक्षिका पर 15 जनवरी 2013 से 16 फरवरी 2013 तक बिना सूचना के अनुपस्थित रहने के बावजूद हाजिरी रजिस्टर में अनधिकृत रूप से हस्ताक्षर करने का आरोप है। इसके अलावा उन्होंने इसी अवधि में पीजी प्रकरण के तहत विद्यालय न जाना स्वीकार किया है।
सतर्कता एवं माॅनिटरिंग समिति की बैठक 19 को
छतरपुर/06 मार्च/अनु0 जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण नियम 1995 के अंतर्गत गठित जिला स्तरीय सतर्कता एवं माॅनिटरिंग समिति की बैठक आगामी 19 मार्च को आयोजित की गई है। यह बैठक दोपहर 2 बजे से कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित होगी। सभी संबंधितों से नियत तिथि एवं समय पर बैठक में शामिल होने के लिये जिला संयोजक, आजाक श्री आर पी भद्रसेन ने अपील की है।
राजस्व अधिकारियों की बैठक 14 को
छतरपुर/06 मार्च/जिले के राजस्व अधिकारियों की बैठक कलेक्टर श्री राजेश बहुगुणा की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट कार्यालय के सभाकक्ष में आगामी 14 मार्च को प्रातः 11 बजे से आयोजित की गई है। बैठक के पूर्व 11 मार्च तक राजस्व अधिकारियों को अद्यतन जानकारी भेजने के निर्देश दिये गये हैं। राजस्व अधिकारियों को बैठक में जनशिकायत, जनसुनवाई एवं समय-सीमा से संबंधित समस्त जानकारियों एवं एजेंडा के अनुसार उपस्थित रहने के निर्देश कलेक्टर श्री राजेश बहुगुणा ने दिये हैं।
स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन
खंडवा (06 मार्च) - जिले के सभी ब्लाॅक में वृहद स्तर पर स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जायेगा। कलेक्टर नीरज दुबे ने आज इन शिविरों की तैयारी के लिये आयोजित बैठक में स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिये कि ये शिविर लाभकारी सिद्ध होने चाहिये। शिविरों में सभी प्रकार के रोगों की जाँच की जायेगी। निःशुल्क दवाईयाँ वितरित की जायेगी। विशेषज्ञ डाॅक्टर उपस्थित रहेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ.आर.सी. पनिका व्दारा बताया गया कि जिले में विभिन्न स्थानों पर राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत् खण्ड स्तरीय एक दिवसीय निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। श्ाििवर में मेडिसीन, स्त्री रोग, शिशु रोग, नेत्र रोग, दन्त रोग, नाक-कान-गला रोग, क्षय रोग, कुष्ठ रोग, आयुर्वेदिक चिकित्सकों व्दारा निःशुल्क इलाज व जाँच की जावेगी। दिनांक 8 मार्च 2013 को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र किल्लौद, दिनंाक 9 मार्च को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पुनासा, 13 मार्च को ग्राम अमलपुरा (जावर) में, 15 मार्च को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गुड़ी (पंधाना), 16 मार्च को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बरूड़ (छैगांवमाखन), 22 मार्च को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खार (खालवा) में, 23 मार्च 2013 को ग्राम भराड़ी विकास खण्ड हरसूद में स्वास्थ्य शिविर आयोजित होगा । इन स्वास्थ्य श्ाििवरों में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं व राष्ट्रीय परिवार कल्याण कार्यक्रम की जानकारी भी दी जावेगी, साथ ही शिविर में विकलांगों का परीक्षण कर उनको प्रमाण पत्र दिया जावेगा।
भूतनीखेड़ा अतिक्रमण केस में जेल वारंट के निर्देश
खंडवा (06 मार्च) - कलेक्टर नीरज दुबे की अध्यक्षता में आज साप्ताहिक समय सीमा की बैठक सम्पन्न हुई। ग्राम भूतनीखेड़ा में खेल मैदान से अतिक्रमण हटाये जाने की कार्यवाही लम्बे समय से लंबित रहने पर कलेक्टर ने अप्रसन्नता जताई और अतिक्रमणकारी के विरूद्ध जेल वारंट के निर्देश दिये। बैठक में सी.ई.ओ. जिला पंचायत तरूण पिथौड़े, अपर कलेक्टर आर.आर.भोंसले एवं अन्य सभी जिला अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में ग्राम राजोर जिला धार निवासी कैलाश की शिकायत के प्रकरण में लोकायुक्त को प्रतिवेदन भेजने के निर्देश दिये गये। इस शिकायत में वर्तमान में खंडवा में पदस्थ उद्यानिकी विभाग के अधिकारी पर मंदसौर में तैनाती के दौरान भृष्टाचार करने का उल्लेख है।
लोक सेवा गारंटी अधिनियम के तहत् तहसीलदार खंडवा के पास अधिक संख्या में प्रकरण लंबित रहने पर कलेक्टर ने अप्रसन्नता जताई। समय-सीमा से अधिक के प्रकरणों पर प्रभावी कार्यवाही के निर्देश जिला प्रबंधक को दिये गये। जिले में आधुनिक, वातानुकूलित मत्स्य विक्रय केन्द्र बनाने के संबंध में कार्यवाही के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये। हाईस्कूल बिजोरा के प्राचार्य संजय निम्भोरकर द्वारा आर्थिक अनियमितता के प्रकरण में ई.ओ.डब्ल्यू.ओ. को आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने के संबंध में कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया।
मंदबुद्धि एवं बहुविकलांगजनों को राष्ट्रीय निरामय बीमा योजना का लाभ दिलाने के लिये सभी जनपदों के सी.ई.ओ. को प्रभावी कार्यवाही करने के निर्देश कलेक्टर ने दिये। शिक्षा विभाग को कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिन स्कूलों की मान्यता नहीं है, उनकी सूची अखबारों को उपलब्ध करायें। जसवाड़ी ग्राम की मंजु हुकुमचंद की विकलांगता पेंशन में लेटलतीफी पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और पेंशन स्वीकृत होने के बावजूद पोस्ट आॅफिस से राशि हितग्राही तक नहीं पहुँचने पर पोस्ट मास्टर के खिलाफ कानूनी कार्यवाही के निर्देश खंडवा जनपद के सी.ई.ओ. को दिये गये।
कलेक्टर द्वारा वनाधिकार पट्टों की समीक्षा
खंडवा (06 मार्च) - कलेक्टर नीरज दुबे द्वारा आज वनाधिकार पट्टों के संबंध में जिले में अब तक हुई कार्यवाही की समीक्षा की गई। उन्होंने पट्टों की भूमि के पी.डी.ए. सर्वे में तेजी के निर्देश दिये। रोड़ इत्यादि सार्वजनिक प्रयोजन के उद्देश्य से सामुदायिक दावे प्रस्तुत करने में जनपदों को कार्यवाही के निर्देश दिये गये। बैठक में वनमण्डाधिकारी ए.के.नागर, सभी एस.डी.एम., सहायक आयुक्त आदिवासी विकास और वनविभाग के सभी एस.डी.ओ. तथा तहसीलदार उपस्थित थे।
कलेक्टर द्वारा आई.सी.डी.एस. मिशन की समीक्षा
खंडवा (06 मार्च) - कलेक्टर नीरज दुबे ने आज एकीकृत बाल विकास परियोजना मिशन की समीक्षा की। जिले में इसके लिये प्रभावी कार्ययोजना के निर्देश दिये। बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी राजेश गुप्ता ने बताया कि आई.सी.डी.एस. मिशन के तहत् जिले में पृथक से कार्यालय, स्टाॅॅफ और मैदानी अमला प्रस्तावित है। कुपोषित बच्चों के उपचार के लिये प्रत्येक पाँच आँगनवाड़ी केन्द्रों के ऊपर एक स्नेह शिविर लगाये जाने की भी योजना है।
नव निर्मित बाउन्ड्रीवाॅल का किया लोकार्पण
खंडवा (06 मार्च) - जिला पंचायत अध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर द्वारा खंडवा में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा 2 लाख 64 हजार रूपये की राशी से बनायी गई बाउन्ड्री वाॅल का लोकार्पण किया गया। उक्त बाउन्ड्री वाॅल का निर्माण परफॅारमंेस ग्रांट की राशि केे द्वारा जिला पंचायत परिसर स्थित ग्रामीण यांत्रिकी विभाग के गेट से वृद्धाश्रम तक किया गया है। लोकापर्ण समारोह में मुख्य कार्यपाल अधिकारी जिला पंचायत तरूण कुमार पिथोड़े, कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यंात्रिकी सेवा मगरिया, जिला पंचायत सदस्य गोविंद वर्मा भी उपस्थित थे।
एस.डी.एम. खंडवा चैधरी चलाएंगे शासन से सुशासन का अभियान
खंडवा (06 मार्च) - खंडवा एस.डी.एम. हरीसिंह चैधरी ने अपने अनुविभाग में ‘शासन से सुशासन’ अभियान की पहल की है। इसमें वे अपने साथ सभी ब्लाॅक स्तरीय अधिकारियों को साथ लेकर गाँवों में चैपाल लगा रहे हैं। श्री चैधरी ने बताया है कि शासन को अधिक संवेदनशील बनाने का प्रयास करना है। अधिकारी जब भ्रमण पर जाते है तो लौटते समय शाम को जिस समय ग्रामवासियों को ग्राम में मिलने की संभावना अधिक होती है, ग्राम में रूककर जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा करें, लोगों से मिले एवं उनकी समस्या का समाधान करें। जब हम सुशासन की बात करते है तो हमें इसको सार्थक भी करना है। कोई हितग्राही आप तक आया, उसकी समस्या का समाधान आपने किया, लेकिन उसका क्या जो आप तक पहुंच नही पाता। जहन मे यह बात क्यों नहीं आती है कि हम हितग्राही तक पहुंचे। तभी शासन का रूपान्तरण ’’सुशासन’’ में हो सकेगा।
ग्राम स्तर के कर्मचारी, पटवारी,, सचिव, ए0एन0एम0, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, शिक्षक इन सभी को स्पष्ट किया गया है कि भ्रमण मात्र औपचारिकता नही है। ग्रामीणों को, हितग्राहियों को यह एहसास कराना है कि शासन हितग्राहियों तक पहुंच रहा है एवं उन्हें लाभान्वित कर रहा है। केवल कार्य में ही नहीं अपितु समस्त कर्मचारियों के व्यवहार, बोलचाल में भी यह बात दृष्टिगोचर होना चाहिये। कर्तव्य निष्ठा के साथ मृदृस्वभाव एवं अपनत्व से कार्य संपादन कर शासन को सुशासन में रूपान्तरित करने का कार्य करना है। अधीनस्थ कर्मचारियों को स्पष्ट निर्देशित किया गया है उनके क्षेत्र में पात्र हितग्राही लाभान्वित होने से वंचित न रहें। इस अभियान के तहत् कार्ययोजना बनाकर हितग्राहीमूलक योजनाओं के तहत अधिक से अधिक हितग्राहियों को लाभान्वित किया जायेगा। अनुविभाग खंडवा में जनकल्याणकारी योजनाओं की समीक्षा एवं हितग्राहीयों को लाभान्वित किये जाने हेतु अनुविभाग स्तरीय अधिकारियों, तहसील स्तरीय अधिकारियों के दल, ग्राम में चैपाल कर हितग्राहिमूलक योजनाओं की समीक्षा एवं हितग्राहियों को लाभान्वित किये जाने हेतु गठित किये गये है।
विकास खंड पुनासा में दिनंाक 9 मार्च, 2013 को अंत्योदय मेला आयोजित होने से इस दिनंाक से पूर्व तीन ग्रामों में भ्रमण दल निर्धारित ग्रामों में पहुँचकर निर्देशानुसार कार्यवाही संपादित करेंगा। गाँवों में चैपाल लगाई जायेगी। दायित्वाधीन विभाग एवं हितग्राही मूलक योजनाएँ:- राजस्व विभाग की अविवादित नामांतरण, अविववादित बटवांरा, सीमांकन, आर0बी0सी0 6-4, मुख्यमंत्री कृषकजीवन कल्याण योजना, बी.पी.एल. सर्वे सूची, नाम जोड़ना समीक्षा की जायेगी। सामाजिक कल्याण विभाग की सामाजिक सुरक्षा पेन्शन (इंदिरा गांधी वृद्धावस्था,विधवा,निःशक्त पेन्शन सहित), राष्ट्रीय परिवार सहायता, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री कर्मकार मंडल योजना की समीक्षा की जायेगी। ग्रामीण विकास विभाग की मुख्यमंत्री आश्रय योजना, इंदिरा आश्रय योजना, अपना घर योजना (बी.आर.जी.एफ), कपिल धारा कूप योजना, डीजन इंजिन प्रदाय योजना, व्यक्तिगत शौचालय निर्माण योजना की समीक्षा की जायेगी। स्वास्थ विभाग की टीकाकरण योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, जननी सुरक्षा योजना (प्रसूति सहायता) की समीक्षा की जायेगी। महिला एवं बाल विकास विभाग की लाड़ली लक्ष्मी योजना, कुपोषण की समीक्षा, आंगनवाड़ी संचालन, पौष्टिक आहार का वितरण की समीक्षा की जायेगी। कृषि विभाग की हलधर योजना, डीजल-विघुत पंप, ड्रिप सिंचाई योजना, नलकूप, पाइप लाईन, स्प्रे पंप, स्प्रिंकलर, रोटावेटर, बायोगैस, ट्रेक्टर प्रदाय की समीक्षा की जायेगी। लोकस्वास्थ यांत्रिकीय विभाग की पेयजल की उपलब्धता, हैण्डपंप का संधारण, हेण्ड पंप का संधारण की समीक्षा की जायेगी। शिक्षा विभाग की विघालय का समय संचालन, कर्मकार मंडल छात्रवृति, मध्यान्ह भोजन की समीक्षा की जायेगी। सहकारिता विभाग की उचित मूल्य दुकान का संचालान, खाघान्य का वितरण एवं उपलब्धता की समीक्षा की जायेगी। पशुपालन विभाग द्वारा ए0व्ही0एफ0ओ0 का भ्रमण, पशुओं के संबंधी बिमारी की समीक्षा की जायेगी।
कार्यवाही सम्पादन हेतु दिशा निर्देश:- सप्ताह के एक दिवस (प्रति गुरूवार) प्रत्येक विकास खण्ड मे भ्रमण दल अपना भ्रमण सुनिश्चित करेंगे। नियत दिवस पर दल विकास खण्ड मुख्यालय से एक साथ नियत ग्राम के लिये इस प्रकार रवाना होगा कि वह सायं 4.00 बजे तक नियत ग्राम मे पहॅुच जायें। भ्रमण के पर्याप्त दिवस (15 से 20) पूर्व समस्त विभाग अपने अधीनस्थ मैदानी अमले को पात्र हितग्राहियों को खोजने हेतू निर्देश देगें। कार्यवाही सम्पादित कर भ्रमण दिवस पर स्वीकृति, कार्यवाही हेतू कैम्प पर प्रस्तुत करेगेे। नियत सप्ताह में किसी एक विकासखण्ड मे “अनुविभाग स्तरीय दल“ भ्रमण पर जायेेगा। उसी सप्ताह में दूसरे विकास खण्डों में ’’तहसील स्तरीय दल“ भ्रमण कर कार्यवाही सम्पादित करेगा। ग्राम में भ्रमण दल चैापाल लगाकर रात्रि 9.00 बजे तक कार्यवाही सम्पादित करेगेें। पंचायत सचिव चैपाल लगाने हेतू आवश्यक व्यवस्थायें करेगें एवं भ्रमण दिवस के लिये ग्राम में प्रचार प्रसार भी करेगें। ग्रामीण स्तरीय समस्त कर्मचारी यथा, पटवारी पंचायत सचिव, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, ए0एन0एम0 आशा कार्यकर्ता, स्थानीय शिक्षक अपने विभाग से संबंधित कार्यवाही संपादित करने हेतु उत्तरदायी होगें एवं भ्रमण दिवस पर उपस्थित रहेगें। भ्रमण हेतु नियत किये गये ग्राम के समीप के ग्रामों, ग्राम पंचायतों के सचिव, पटवारी को भी भ्रमण दिवस पर भ्रमण के ग्राम में उपस्थित रहने हेतु निर्देशित किया जावेें, ताकि हितग्राही खोजो अभियान में वे अपने प्रभार क्षेत्र में कार्यवाही संपादित कर सकें। भ्रमण दल द्धारा क्षेत्र में की गई कार्यवाही का अंकन संलग्न प्रपत्रों पर योजनावार करेगें एवं उसी सप्ताह के ’’शनिवार’’ को अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) के कार्यालय मेें अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करेगें। इस हेतु मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत, को अधिकृत किया जाता है।समस्त विभाग केम्प में पात्र हितग्राहियों से संबंधित शेष मामले जो किसी कारण मौके पर नही निपटाये जा सकें, उन्हें 15 दिवस की अवधि में निराकरण कर, प्रगति से अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को अवगत करावें। प्रथमतः अनुविभाग स्तर का दल विकास खंड खंडवा के ग्राम में मार्च-13 के प्रथम सप्ताह में भ्रमण पर होगा, तो ’’छैगांवमाखन’’ एवं ’’पुनासा’’ में तहसील स्तरीय दल भ्रमण करेगा। इस प्रकार द्धितीय, तृतीय सप्ताह में ’’छैगांवमाखन’’ एवं ’’पुनासा’’ में अनुविभाग स्तरीय दल भ्रमण करेगा। इस प्रकार चतुर्थ चक्र में पुनः अनुविभाग स्तरीय दल भ्रमण प्रथम विकास खंड में करेगा।
भ्रमण दल:- अनुविभागीय स्तरीय दल में अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, कृषि एवं लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार, सी.ई.ओ. जनपद पंचायत, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, उपंसचालक पशु चिकित्सा, सहकारिता निरीक्षक एवं ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर शामिल होंगे। तहसील स्तरीय दल में तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार, सी.ई.ओ. जनपद पंचायत, वरिष्ठ कृषि विस्तार अधिकारी, परियोजना अधिकारी महिला एवं बाल विकास, विकासखण्ड शिखा अधिकारी, उपयंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, ब्लाॅक मेडिकल आॅफिसर, सहकारिता निरीक्षक, खाद्य निरीक्षक एवं राजस्व निरीक्षक शामिल होंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें