देहरादून, 21 मार्च। भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि भाजपा पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस को अपने गिरेहबान में झांकना चाहिए कि वह कितनी सच्ची है। उन्होंने कहा कि के.आर. भाटी, विधायक सुबोध उनियाल और मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बीच क्या रिश्ते हैं, इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए।
गुरूवार को यहां एक वार्ता में पूर्व मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि सुबोध उनियाल जिस मकान में रह रहे हैं, वह केवल राम भाटी (के.आर. भाटी) पुत्र उदयभान भाटी के नाम डिफेंस कालोनी के दफ्तावेजों में दर्ज है। उन्होंने बताया कि केवल राम भाटी का असली निवास स्थान जनरल महादेव सिंह रोड़ (जीएमएस) रोड़ पर है और जिस भवन को विधायक सुबोध उनियाल अपना बताते हैं, उस भवन पर उद्योग पति मोहन काला रहते थे, उन्होंने भी इस भवन को अवैध तरीके से खरीदा था, उनके जाने के बाद इस भवन को कथित रूप में सुबोध उनियाल द्वारा 2008 में खरीदा गया बताया गया है, उन्होंने कहा कि जिस भवन का स्वामित्व भाटी आयोग के अध्यक्ष के.आर. भाटी के नाम दर्ज है, उस भवन पर प्रदेश के महाधिवक्ता व विधायक सपरिवार रहते हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री और सुबोध उनियाल के संबंध जगजाहिर हैं और जिस भवन पर सुबोध उनियाल रह रहे हैं, क्या वास्तव में वह भवन सुबोध उनियाल का है, इसकी जांच की जानी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि केआर भाटी, सुबोध उनियाल और मुख्यमंत्री के बीच क्या रिश्ता है, इसकी सीबीआई जांच होनी चाहिए। वहीं उन्होंने भाटी आयोग पर ही सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि जिस केवल राम भाटी (भाटी आयोग के अध्यक्ष) के सत्तारूढ़ कांग्रेसी दल के विधायक सुबोध उनियाल से कितने गहरे संबंध हैं इसकी भी सीबीआई जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाटी के भवन पर रहते हुए सुबोध उनियाल ने भाटी आयोग को प्रभावित न किया हो, इसमें उन्हें संदेह है, लिहाजा इस समूचे प्रकरण की सीबीआई जांच की जानी चाहिए कि किसके तार किससे जुड़े हुए हैं। वहीं दूसरी और सुबोध उनियाल ने कहा कि किसी से मकान खरीदना व किसी के मकान में रहना गुनाह नहीं है।
(राजेन्द्र जोशी)
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