बिहार सरकार की ओर से नियोजित शिक्षकों के वेतन बढ़ाने के आश्वासन के बाद आंदोलनरत नियोजित शिक्षकों ने दसवीं (मैट्रिक) की परीक्षा और मूल्यांकन कार्य के बहिष्कार के निर्णय को वापस ले लिया है। बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष शत्रुघ्न प्रसाद सिंह ने सोमवार को बताया कि संघ और राज्य सरकार के बीच हुई वार्ता के बाद नियोजित शिक्षकों के वेतन में सम्मानजनक वृद्धि पर शीघ्र विचार करने के निर्णय का लिखित आश्वासन के बाद संघ ने अपना आंदोलन स्थगित कर दिया है।
उन्होंने बताया कि मैट्रिक परीक्षा और मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार का निर्णय वापस ले लिया गया है। मैट्रिक परीक्षा 13 मार्च से होनी है। राज्य के शिक्षा मंत्री पी़ क़े शाही ने कहा कि विधानसभा के बजट सत्र के बाद नियोजित शिक्षकों की सभी मांगों पर विचार किया जाएगा। विभाग के संसाधन, खर्च और आमदनी पर विचार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अभी नियत समय बताना संभव नहीं है परंतु आकलन के बाद अगले वर्ष खर्च की क्या स्थिति होगी उसके बाद ही वेतन में बढ़ोतरी की जाएगी।
गौरतलब है कि पांच मार्च को आंदोलनत नियोजित शिक्षकों पर विधानसभा घेराव के दौरान पुलिस ने सहित जमकर लाठी चलाई थी, महिलाओं को भी नहीं छोड़ा था।
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