यूपीए से डीएमके के समर्थन वापसी के राजनीतिक संकट के बीच बसपा ने बुधवार को कहा कि वह सरकार को बाहर से समर्थन जारी रखेगी. हालांकि बसपा सरकार में शामिल नहीं होगी. बसपा सुप्रीमो मायावती ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सरकार का हिस्सा नहीं बनेंगे. हम पहले भी शामिल नहीं हुए थे और अभी भी नहीं. हम बाहर से समर्थन जारी रखेंगे.’’
मायावती से सवाल किया गया था कि क्या डीएमके के बाहर होने के बाद उनकी पार्टी सरकार में शामिल होगी. मायावती ने कहा, ‘‘ये बात एकदम स्पष्ट है कि हम यूपीए की दलित विरोधी नीतियों का समर्थन नहीं करते हैं और कई अन्य मुद्दे हैं, जिन पर हम यूपीए को समर्थन नहीं करते हैं लेकिन इन सबके बावजूद सांप्रदायिक शक्तियों को कमजोर करने के लिए हम सरकार को बाहर से समर्थन जारी रखेंगे.’’ उन्होंने कहा कि बसपा किसी फायदे के लिए यूपीए का समर्थन नहीं कर रही है जैसा एनडीए में शामिल कुछ पार्टियों की ओर से आरोप लगाया जा रहा है.
मायावती ने कहा कि इस मुद्दे पर हमारी ओर कोई उंगली नहीं उठा सकता. हम किसी लालच में यूपीए को बाहर से समर्थन नहीं कर रहे हैं. एनडीए में शामिल कुछ विपक्षी दल कह रहे हैं कि कांग्रेस सीबीआई का इस्तेमाल कर रही है इसलिए बसपा उसका समर्थन कर रही है. यह पूरी तरह गलत है. उन्होंने केन्द्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा द्वारा समाजवादी पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव के खिलाफ की गयी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया से इंकार कर दिया.
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