- राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति के मसौदा को लेकर उतरेंगे रंगकर्मी
- एकता परिषद के द्वारा व्यापक जन चेतना पैदा करने का प्रयास
गया। सुनो भइया जी सुनो बहन जी मन हो विश्वास दुनिया में हो गई है गजब की ऐसी बात। राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति बन रही गरीब,वंचितों का भाग्य खुल गयी। सत्याग्रही बन हम लड़े है। इसी को आधार बनाकर नुक्कड़ नाटक और लोक गीत पेश किया जाएगा। 33 विधान सभाई क्षेत्र में मंचन करेंगे और 11 अप्रैल 2013 को दिल्ली में आने का न्योता देंगे। जी हां, केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश और जन सत्याग्रह 2012 के महानायक पी.व्ही.राजगोपाल के बीच में 11 अक्तूबर 2012 को मोहब्बत की नगरी आगरा में समझौता की गयी थी। उस समय 10 सूत्री कार्यक्रम तय किया गया था। कृषि भूमि एवं वासभूमि के वैधानिक अधिकार,वासभूमि,गरीबी,सीमांत और वंचित भूमिहीनों के लिए भूमि की आवश्यकता एवं भूमि अधिकारों में बढ़ोतरी,फास्ट ट्रैक भूमि न्यायाधिकरण, पंचायत (अनुसूचित क्षेत्रों का विस्तार) अधिनियम, 1996(पी.ई.एस.ए.) का प्रभावी कार्यान्वयन,वन अधिकार अधिनियम,2006 का प्रभावी कार्यान्वयन, वन तथा राजस्व सीमा विवाद, सामुदायिक संसाधनों का सर्वेक्षण, अद्यतनीकरण एवं नियंत्रण और भूमि सुधार संबंधी कार्य दल के ऊपर फोकस करके नुक्कड़ और लोक गीत तैयार किया गया है। इसको बिहार के 33 विधानसभाई क्षेत्र में जनता जर्नादन के सामने पेश कर जागरूक करने का प्रयास किया जाएगा। इसको 6 माह के अंदर लागू कर देना है। 11 अप्रैल को केन्द्रीय सरकार को दस हजारी झटका देने की तैयारी शुरू कर दी गयी है।
इसके आलोक में एकता परिषद ने रंगकर्मी और लोक गायकों को मैदान-ए-जंग में उतारने का फैसला किया है। रंगकर्मियों और लोक गायकों का प्रशिक्षण तमिलनाडु में स्थित शशी सेन्टर, माजाग्राम,मदुरै में 24 फरवरी से 5 मार्च तक किया गया। एकता परिषद,बिहार से राजदेव एकता के नेतृत्व में 5 सदस्यीय रंगकर्मी और लोक गायकों का दल प्रशिक्षण में भाग लेकर राजधानी पटना से होकर गया चले गये। दल में गया जिले के चंदौली प्रखंड के रसुलपुर पंचायत के दसईन बीघा नामक गांव के राजदेव एकता, मानपुर प्रखंड के लखनपुर पंचायत के बुद्धगेरे नामक गांव के मुकेश पासवान, मानपुर प्रखंड के लखनपुर पंचायत के लखनपुर नामक गांव के अभय कुमार सानू, अवधेश प्रसाद और सिकंदर दास शामिल थे। प्रशिक्षण का संचालन जितेन्द्र पटनायक,वीजू के.,डौली प्रभाषनी राउत और विजय भाई ने किया। नेतृत्वकर्ता राजदेव एकता ने कहा कि राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति यद्यपि संविधान के अन्तर्गत भूमि सुधार स्पष्टतः राज्य का विषय है,तथापि ग्रामीण विकास मंत्रालय यह बात स्वीकार करता है कि केन्द्र सरकार की राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति का अपना महत्व होगा। उन्होंने कहा कि हम लोग प्रशिक्षण लेकर आये हैं। अब 33 विधान सभाई क्षेत्र के एक-एक रंगकर्मी को बुलाकर प्रशिक्षण देंगे। यही प्रक्रिया पंचायत से गांव स्तर तक की जाएगी। नुक्कड़ नाटक और लोक गीत पेश करने के बाद जनता को 11 अप्रैल को दिल्ली चलों के लिए तैयार करके न्योता देते चलते जाएंगे।
---अलोक कुमार---
पटना
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