ड्रग तस्करी के रैकेट में मुक्केबाज विजेंदर सिंह शामिल नहीं हैं। यह बात पंजाब पुलिस ने शुक्रवार को कही। पुलिस ने हालांकि कहा कि विजेंदर की पत्नी के नाम पर पंजीकृत कार एक दवा विक्रेता के घर के पास से बरामद की गई है, पर कार से ड्रग या ऐसा कुछ वर्जित नहीं मिला है।
गौरतलब है कि गुरुवार देर शाम को पंजाब पुलिस ने मोहाली के कस्बा जिरकपुर से एक घर में छापेमारी कर 26 किलोग्राम हेरोइन बरामद की। इसकी कीमत अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 130 करोड़ रुपये आंकी गई है। पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ से 10 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिरकपुर के जिस फ्लैट से यह हेराइन बरामद की गई है, वह एनआरआई अनूप सिंह का है।
पूछताछ के दौरान अनूप सिंह ने बताया कि विजेंदर और राम सिंह उसके ग्राहक थे और उसके वहां कई बार आ चुके हैं। पुलिस ने हालांकि विजेंदर पर लगे इन आरोपों का खंडन किया है। फतेहगढ़ पुलिस के वरिष्ट सुपरिटेंडेंट हरदयाल सिंह मान ने कहा, ''हमें एनआइआई के घर के पास से विजेंदर की कार जरूर मिली है लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह ड्रग तस्करी में शामिल हैं। यदि जरूरत पड़ी तो विजेंदर को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा।'' हरियाण पुलिस में बतौर उप-अधीक्षक के पद पर तैनात विजेंदर सिंह ने कहा, ''मैं आश्चर्यचकित हूं। मुझे नहीं पता कि मेरी कार वहां कैसे पहुंच गई। इस कार के जरिए मेरे दोस्त ने मुझे हवाईअड्डे पर छोड़ा था लेकिन उसके बाद क्या हुआ मुझे नहीं पता।'' विजेंदर ने हालांकि माना कि वह राम सिंह के माध्यम से अनूप से मिले थे लेकिन निजी तौर पर उसे नहीं जानते हैं।
उन्होंने कहा, ''मैं उसे निजी तौर पर नहीं जानता हूं। मुझे लगता है मामले में मेरा नाम का गलत प्रयोग किया जा रहा है। आप एक ड्रग विक्रेता की बात पर कैसे विश्वास कर सकते हैं? जल्द ही सब कुछ साफ हो जाएगा।''
फतेहगढ़ साहिब चंडीगढ़ से लगभग 45 किलोमीटर की दूरी पर है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें