बिहार में आंदोलनरत अनुबंधित शिक्षकों पर मंगलवार को पटना में हुए लाठी चार्ज की गूंज गुरुवार को बिहार विधानसभा में सुनाई पड़ी। लाठी चार्ज के विरोध में विपक्षी दल के विधायक काली पट्टी बांधकर आए थे। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही बाधित रही। बिहार विधानसभा की कार्यवाही प्रारंभ होते ही मुख्य विपक्षी दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सहित सभी विपक्षी पार्टियों के सदस्यों ने नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी।
नेता प्रतिपक्ष और राजद सदस्य अब्दुल बारी सिद्दिकी ने विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण चौधरी से कार्यवाही स्थगित कर शिक्षकों की पिटाई पर बहस कराने की मांग की। अध्यक्ष के नहीं मानने पर विपक्षी सदस्यों ने हंगामा तेज कर दिया। अध्यक्ष ने कई बार सदस्यों को अपनी जगह पर बैठने का अनुरोध किया, लेकिन विपक्षी सदस्य नहीं माने। इसके बाद अध्यक्ष ने कार्यवाही को स्थगित कर दिया।
उधर विधान परिषद में भी यही हाल रहा। लगातार दूसरे दिन भी शिक्षकों की पिटाई के मामले को लेकर विपक्षी दल के सदस्यों ने हंगामा किया। सिद्दिकी ने कहा कि सरकार लाठी-डंडे से लोगों की बात को दबाना चाहती है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की बातों को सरकार दबाना चाह रही है।
उल्लेखनीय है कि बिहार में कई दिनों से आंदोलनरत अनुबंधित शिक्षकों पर मंगलवार को पुलिस ने उस समय जमकर लाठी चलाई थी जब वे पटना के आर. ब्लॉक चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे थे। शिक्षक समान वेतन और स्थायी नौकरी की मांग कर रहे हैं।
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