कैथोलिक चर्च के नये पोप फ्रांसिस ने औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण कर लिया और उन्होंने पर्यावरण, गरीबों को सुरक्षा प्रदान करने का आह्वान किया. पदभार ग्रहण करने के मौके पर होने वाली प्रार्थना के लिए भारी संख्या में लोग उपस्थित हुए.
वेटिकन सिटी पहुंचे लोगों का अभिवादन करते हुए सेंट पीटर्स स्कवायर का चक्कर लगाया और एक स्थान पर अपने जीप से उतर कर उन्होंने व्हील चेयर पर बैठे एक व्यक्ति को अशीर्वाद दिया.
पोप ने कहा कि थोड़ी सी मृदुलता संभावना का पूरा आकाश खोल सकती है. उन्होंने कहा, ‘‘पोप की मेरी भूमिका पूरी मानवता की रक्षा के लिए है. खासकर सबसे गरीब, कमजोर, उपेक्षित, भूखे, प्यासे और असहाय लोगों की रक्षा करनी है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘आज के समय में बहुत अंधकार के बीच हमें उम्मीद की किरण देखनी होगी और ऐसे महिला एवं पुरूष बनना होगा जो दूसरे के लिए उम्मीद लाएं.’’
वेटिकन ने कहा है कि प्रार्थना सभा ‘मास’ के लिए 150,000-200,000 लोग पहुंचे थे. फ्रांसिस के देश अर्जेंटीना से आए लोग भीड़ में नीला एवं सफेद रंग का झंडा लहरा रहे हैं. अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में भी टीवी स्क्रीन पर इसका प्रसारण देखने के लिए हजारों लोग जमा हुए.
सुरक्षाकर्मियों ने स्कवायर तक जाने वाली मुख्य सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया था और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अवरोधक लगाए गए थे. फ्रांसिस एक बगैर छत वाली जीप में स्क्वायर पर घूमे. उन्होंने अपने हाथ लहरा कर लोगों का अभिवादन किया और इस दौरान वह बच्चों से स्नेह जताते भी नजर आए. एक जगह जब वह व्हीलचेयर पर बैठे लोगों के एक समूह के पास पहुंचे, तब उन्होंने जीप रोकने का संकेत दिया और एक व्यक्ति को आशीष देने के लिए उसके पास गए. साल 2005 के समारोह की तुलना में इस बार पोप के पदभार ग्रहण के मौके पर होने वाली प्रार्थना का आयोजन उतना भव्य नहीं है. ऐसा फ्रांसिस के सादा जीवन शैली को देखकर किया गया है.
गोवा के गिरजाघरों में नवनिर्वाचित पोप फ्रांसिस का शुक्रिया अदा करने के लिये विशेष प्रार्थनायें आयोजित हुयीं. पोप ने मंगलवार को ही वेटिकन में अपना कार्यभार संभाला. गोवा एवं दमन के आर्चबिशप के प्रवक्ता फादर फ्रांसिस्को कैलडियेरा ने बताया, ‘‘आर्चबिशप की ओर से जारी सर्कुलर के तहत सभी गिरजाघरों में विशेष प्रार्थनायें हुयीं.’’
पणजी स्थित मेरी इमैकुलेट कनसेप्शन गिरजाघर के पेरिशनर इडुआरडो सेकियेरा ने प्रार्थना के बाद कहा, ‘‘यह हमारी आस्था के लिये एक बड़ा दिन है. नये पोप ने पद संभाला है और हम उनके अच्छे स्वास्थ्य एवं लंबे जीवन की कामना करते हैं.’’ गौरतलब है कि गोवा की 27 फीसदी आबादी कैथोलिक मान्यता में विश्वास करती है. आर्चबिशप ने यह घोषणा भी की है कि पुरानी गोवा के कैथ्रेडल गिरजाघर में 21 मार्च को आयोजित होने वाला क्रिस्म मास नये पोप के लिये थैंक्सगिविंग मास भी होगा.
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