तितुरडीह स्थित बेथेल चिल्ड्रन होम (अनाथालय) में बच्चों के साथ कथित रूप से अप्राकृतिक कृत्य किए जाने का मामला सामने आया है। बच्चों के साथ मारपीट कर उनका धर्म परिवर्तन करने दबाव बनाया जाता था। मामले की तफ्तीश के बाद मोहननगर पुलिस ने बेथेल चिल्ड्रन होम के संचालक सहित तीन कर्मचारियों के खिलाफ धारा 377, 506 तथा 3, 4 धर्मांतरण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उधर मामले का खुलासा होने के बाद जिला प्रशासन ने अनाथालय में ताला जड़ दिया है। बच्चों को महिला बाल विकास विभाग के सुपुर्द कर दिया गया है।
सीएसपी राकेश भट्ट ने बताया कि तितुरडीह स्थित ईसाई मिशनरी द्वारा संचालित बेथेल चिल्ड्रन होम की संदिग्ध गतिविधियों के बारे में चाइल्ड लाइन के केंद्र समन्यवक सुरेश कापसे से मिली जानकारी के बाद पुलिस की तफ्तीश में पिछले दो साल से बच्चों के साथ अप्राकृतिक कृत्य किए जाने की बात सामने आई। यहां के एक 14 वर्षीय छात्र ने केयरटेकर दिलीप कुमार पर तीन-चार माह पूर्व उसके साथ अप्राकृतिक संबंध बनाने की बात का खुलासा किया था। इसके अलावा बच्चों ने अनाथालय के संचालक रेवेन्द्रु पी स्वामी नाडलू तथा कर्मचारी बी इराफूक पर मारपीट करने और दबाव डालकर धर्म परिवर्तन करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने अनाथालय के केयरटेकर दिलीप कुमार के खिलाफ यौन शोषण तथा संचालक रेवेन्द्रु पी स्वामी नाडलू व बी इराफूक के खिलाफ 3, 4 धर्मांतरण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज कर कार्रवाई की है।
गौरतलब है कि घटना का खुलासा उस वक्त हुआ जब 26 मार्च को अनाथालय की चार छात्राएं मारपीट से तंग आकर यहां से भाग गई थी। इन चारों छात्राओं को रायपुर नाका क्षेत्र में रात 11.30 बजे संदिग्ध हालत में घूमते हुए एसडीओपी पाटन निवेदिता पाल ने पकड़ा था। बाद में पुलिस ने छात्राओं को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया था। चाइल्ड लाइन ने इन छात्राओं को बाल संरक्षण समिति से सहमति लेकर रायपुर स्थित महिला सुधारगृह भेज दिया था। इसके बाद चाइल्ड लाइन के केन्द्र समन्यवक सुरेश कापसे तथा महिला बाल विकास की टीम ने अनाथालय जाकर यहां चल रही गतिविधियों की तफ्तीश की थी। इसके बाद ही यहां बच्चों के साथ यौन शोषण व धर्म परिवर्तन का खुलासा हुआ।
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