भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) को अनुमति देने के कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के फैसले का 'आखिरी दम' तक विरोध करेगी। रामलीला मैदान में कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की ओर से आयोजित रैली में जेटली ने कहा, "हम व्यापारियों और इस देश की जनता के साथ हैं।"
भाजपा नेता ने कहा कि एफडीआई के तहत 60-70 प्रतिशत तक व्यवसाय सिर्फ दो या तीन कंपनियों के हाथों में चला जाएगा, जो किसानों के लिए नुकसानदेह होगा। उन्होंने कहा, "किसानों के पास अपने उत्पाद उन्हें (कंपनियों को) बेचने के अलावा कोई विकल्प नहीं रह जाएगा। विक्रेताओं की संख्या जब घटेगी तो इससे किसानों को कैसे लाभ होगा?"
रैली में भाजपा के अध्यक्ष राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी, दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष विजय गोयल तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के नेता ए. बी. बर्धन भी शामिल थे। एफडीआई के विरोध में व्यापारियों ने गुरुवार को विभिन्न बाजार बंद रखे। कन्फेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष नरेंद्र मदान के अनुसार, कमला नगर, चावड़ी बाजार, कश्मीरी गेट, तिलक नगर के बाजार गुरुवार को बंद रहे।
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