आर्थिक मामलों पर बनी केंद्रीय कैबिनेट कमेटी ने गुरुवार को पिछड़े राज्यों को दी जाने वाली आर्थिक मदद से जुड़े प्रस्तावों पर चर्चा की। चर्चा के बाद बिहार को 12 हजार करोड़ रुपये की आर्थिक मदद देने पर भी फैसला लिया गया। यह राशि अगले चार साल में दी जाएगी। बिहार के अलावा यूपी के बुंदेलखंड के लिए 4200 करोड़ रुपये दिए जाएंगे। यह सारी रकम पिछड़ा क्षेत्र विकास अऩुदान के तहत दी जाएगी।
जदयू नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि बिहार ने 20 हजार करोड़ रुपये की मांग की थी, लेकिन 12,000 करोड़ ही दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि हम आठ हजार करोड़ की हम और मांग करेंगे।
उल्लेखनीय है कि जेडीयू नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नरेंद्र मोदी पर हमला बोलने के आलोक में बीजेपी पर सहयोगी जेडीयू के साथ गठजोड़ की समीक्षा का दबाव बढ़ गया है। इस बारे में पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने दिल्ली में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए आज पार्टी की बिहार कोर समिति की बैठक बुलाई है।
बिहार को विशेष पैकेज देने के केंद्रीय प्रस्ताव को विश्लेषक जेडीयू और बीजेपी में मौजूदा खींचतान के बीच यूपीए द्वारा नीतीश कुमार को लुभाने की कोशिश के तौर पर देख रहे हैं।
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