स्थापना की 50 वीं वर्षगाँठ पर एसएसबी का रक्तदान शिविर आयोजित
- हमने सीमा ही नहीं समाजिक कार्याें में भी उल्लेखनीय कार्य किया है: नेगी
नरकटियागंज, सशस्त्र सीमा बल की स्थापना 1963 में चीन युद्ध के उपरान्त की गयी थी। उसके बाद से यह बल कैबिनेट के अधीन कार्यरत था। सीमा पर तैनाती के बाद एसएसबी ने अपनी कार्यकुशलता व कर्मठता से सबको अपनी ओर आकर्षित किया है। समाजिक सेवा मंे उत्कृष्ट कार्य के लिए भी एसएसबी की अलग पहचान है। अपनी स्थापना के पचास वर्ष पूर्ण होने पर एसएसबी की 27 वीं वाहिनी नरकटियागंज ने रेडक्राॅस सोसाईटी नरकटियागंज के सौजन्य से रक्तदान शिविर का आयोजन किया। जिसका उद्घाटन सहायक समादेष्टा नरेश कुमार जंगीत और एसएसबी के डाॅ.समीत सुपाकर ने अपना खून देकर किया, जहाँ 27वीं वाहिनी के समादेष्टा आर.एस.नेगी, जिला पदाधिकारी पश्चिम चम्पारण के प्रतिनिधि के तौर पर रेडक्राॅस के उपाध्यक्ष सह व्लड बैंक के उपाध्यक्ष सैयद अब्दुल मजीद, सहायक समादेष्टा(चिकित्सा) डाॅ.एस. के.सुपाकर, रेडक्राॅस सोसाईटी प.चम्पारण के सचिव जगदीश केशान, नरकटियागंज रेडक्राॅस के सचिव डाॅ.फैसल सिद्धिकी, सह सचिव डाॅ.तबरेज आलम, हरिशंकर भारती, डाॅ.आफताब आलम खाँ, डाॅ. नौशाद आलम, डाॅ.के.एम.पी.परवे,सरकारी अस्पताल के डाॅ.चन्द्रभूषण और डाॅ.नवीन कुमार मौजूद रहे। उक्त अवसर पर उत्कृृृष्ट कार्य के लिए एसएसबी को एसडीओ नरकटियागंज द्वारा प्रतिहस्ताक्षरित प्रशस्तिपत्र डीएम के प्रतिनिधि सैयद अब्दुल मजीद ने कमाण्डेन्ट आरएस नेगी ने प्रदान किया। सम्मान पत्र हासिल करने के उपरान्त कमाण्डेन्ट श्री नेगी ने कहा कि हम समाजिक कार्यो मंें दो कदम आगे हैं। एसएसबी के डाॅ. समीत कुमार सुपाकर ने कहा कि 200 जवान खून देने को तैयार है, लेकिन ब्लड बैंक ने मात्र 150 बैग उपलब्ध कराया है। हमारे जवान देश और देशवासियों के लिए हमेशा खून देने को तैयार है। रेडक्रॅस सोसाईटी के जगदीश केशान ने कहा कि हमारा बैतिया ब्लड बैंक राज्य में चैथे स्थान पर है।
युवा जद यु जिला सम्मेलन को सफल बनावे,मुख्यमंत्री योजना का लाभ आम आदमी तक पहुंचे, ध्यान दें कार्यकर्ता: अफरोज
नरकटियागंज, मुख्यमंत्री की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ आम आदमी तक पहंुचे इसका ध्यान रखे कार्यकर्ता, योजनाओं की राशि आम जनता का है। इसलिए सभी को सक्रिय रहना होगां। उक्त बाते युवा जद यु के प्रवक्ता अफरोज अख्तर ने बरवा बरौली में आयोजित एक युवा जद यु की एक बैठक के दौरान कही। उक्त बैठक की अध्यक्षता बरवा बरौली पंचायत अध्यक्ष चन्देश्वर प्रसाद कुशवाहा ने की। जिसमें सागर श्रीवास्तव, रजनीश सर्राफ उर्फ मुन्ना सर्राफ और जिला सचिव हिमांशु राज उर्फ बिट्टू ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सभी कार्यकर्ता मई माह में आयोजित जिला सम्मेलन के लिए कमर कसकर तैयार रहे। वक्ताओ ने नरकटियागंज और गौनाहा को बगहा जिला में शामिल किये जाने का विरोध किया। अन्य लोगो ने मुखिया एहसान अली अंसारी,शौकत मियां,छठू साह, विजय चैधरी, म.सर्फूददीन, वीरेन्द्र प्रसाद, म. जावेद,संजय कुमार,म.फैजान,राज महतो,विन्देश्वर राम, अब्बास सुरेन्द्र यादव,म.जाकिर,म.जुल्फेकार, अरमान शाह,रविकेश गौरव, रवि कुशवाहा,दीपू सिंह, सौरभ पाण्डेय और मन्नान अंसारी शामिल हुए।
................और एसपी के निर्देश पर शिकारपुर थाना में डेढ़ माह बाद प्राथमिकी दर्ज
नरकटियागंज, नरकटियागंज प्रखण्ड के शिकारपुर थाना अन्तर्गत मल्दहिया पंचायत के चेंगवना गाँव में रेलवे ढाला के पूरब लक्ष्मण साह ने आठ कठठा जमीन में गन्ना की फसल लगायी गयी थी। जिसमें 4 मार्च 2013 को आग लगा दी गयी थी। इस बाबत लक्ष्मण साह ने शिकारपुर थाना में एक आवेदन दिया था। लेकिन पुलिस के तत्कालीन थानाध्यक्ष ने हिमांशु कुमार सिंह ने मामला दबा दिया। पीडि़त ने एसपी बेतिया को इस संबंध मंे आवेदन दिया, एसपी बेतिया सुनिल कुमार नायक मेघावत ने शिकारपुर पुलिस को अविलम्ब दर्ज करने का निर्देश दिया। नवागत थानाध्यक्ष राम नरेश पासवान ने एसपी के निर्देश का अनुपालन करते हुए काण्ड संख्या 120/2013 दर्ज करते हुए, विजय मणि तिवारी, मिथिलेश तिवारी एक अन्य को नामजद किया गया हैं। पीडि़त ने पुलिस को दिये आवेदन में जले का मूल्य अनुमानित पचास हजार रूपये बताया है। इस संबंध में गाँव में पंचायती भी हुई, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। अन्ततोगत्वा लक्ष्मण साह शिकारपुर थाना पहुंचा वहां भी उसे नकामी हाथ लगी तो वह एसपी के यहाँ पहुंचा, उसके बाद करीब डेढ माह बाद मामला दर्ज तो हो गया है। अब देखना है कि पीडि़त को न्याय मिलता है कि नहीं।
(अवधेश कुमार शर्मा)
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