भारत ने रविवार को ओडिशा के एक सैन्य ठिकाने से परमाणु सक्षम अग्नि-2 सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। एकीकृत परीक्षण केंद्र के निदेशक एम. वी. के. वी. प्रसाद ने आईएएनएस से कहा कि अग्नि-2 सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण नियमित अभ्यास के तहत भुवनेश्वर से करीब 200 किलोमीटर दूर भद्रक जिले में व्हीलर द्वीप से किया गया। मिसाइल ने सफलतापूर्वक लक्ष्य को निशाना बनाया। परीक्षण सफल रहा।
मध्यम दूरी की इस मिसाइल को पहले ही सेना में शामिल किया जा चुका है, और यह परमाणु हमले रोकने वाले रणनीतिक बलों के शस्त्रागार में शामिल है। अग्नि-2 भारत के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम का हिस्सा है। यह 2,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक लक्ष्य भेद सकता है। यह द्विस्तरीय सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल उच्च गुणवत्ता वाले नेविगेशन सिस्टम से युक्त और आधुनिक नियंत्रण प्रणाली से निर्देशित है।
मिसाइल का वजन 17 टन है और इससे विस्फोटक हटाकर इसकी मारक क्षमता 3,000 किलोमीटर तक बढ़ाई जा सकती है। इसे रेल और सड़क, दोनों तरह के मोबाइल लांचरों से प्रक्षेपित किया जा सकता है। हमले के लिए तैयार होने में इसे केवल 15 मिनट लगते हैं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने सबसे पहले 1999 में अग्नि-2 मिसाइल का परीक्षण किया था। मिसाइल का संचालन करने वाले सेना के रणनीतिक बल कमान ने 17 मई, 2010 को इसका सफल परीक्षण किया था। इससे पहले वर्ष 2009 में इसके दो लगातार परीक्षण असफल रहे थे। अधिकारी ने कहा कि वर्ष 2010 के बाद इसका कई बार सफल परीक्षण किया गया। ताजा सफल परीक्षण ने एक बार फिर मिसाइल की विश्वसनीयता को साबित किया है।
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