उत्तराखंड की खबर (23 अप्रैल) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 23 अप्रैल 2013

उत्तराखंड की खबर (23 अप्रैल)


आचार संहिला उल्लंघन मामले में फंसी सरकार, निर्वाचन आयुक्त ने दिए जांच के आदेश

देहरादून, 23 अप्रैल। सरकार के गले चुनाव आचार संहिता का मामला अब बुरी तरह फंस गया है। राज्य निर्वाचन आयुक्त (स्थानीय निकाय) ने विपक्षी भाजपा की शिकायत पर चुनाव के दौरान सरकार द्वारा दो कंपनियों से किए गए करार को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन बताते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं। राज्य में स्थानीय निकाय और पंचायत चुनाव की आचार संहिता के बीच सरकार ने बीत सप्ताह में कोकाकोला और डीएस ग्रुप के साथ 100 करोड़ रूपए का निवेश संबंधित दो करार करते हुए हजारों लोगों को इन उद्योगों में नौकरी देने की बात कही थी, जिसे लेकर पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद खण्डूडी ने इसे आचार संहिता का उल्लंघन बताया था, जिसको लेकर मंगलवार को भाजपा नेताओं का एक प्रतिनिधि मंडल राज्य निर्वाचन आयुक्त (स्थानीय निकाय) से मिला और इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई। जिसमें भाजपा द्वारा कहा गया है कि प्रदेश में स्थानीय निकाय चुनाव हो रहे हैं, जिसके कारण पूरे प्रदेश में आदर्श चुनाव संहिता लगी हुई है, लेकिन प्रदेश सरकार आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है। सरकार ने प्रत्येक सस्ते गल्ले की दुकानों को निर्देश दिए हैं कि वह प्रत्येक उपभोक्ताओं को 10 किलो गेंहू दे, जो कि साफ तौर पर खुले आम चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इस चुनाव में सरकार के पास कहने को कुछ नहीं है और वह जनता को विकास दिखाने के लिए इस प्रकार के कदम उठा रही है, जो लोगों को गुमराह करने जैसा है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के इन फैसलों का विरोध करेगी और जरूरत पड़ी तो भाजपा धरना भी देगी, लेकिन इस प्रदेश की जमीन को लुटने नहीं देंगे। भाजपा नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने बीते दिनों कोकाकोला की फैक्ट्री विकासनगर के छरवा में लगाने की घोषणा करते हुए वहां 1000 लोगों को रोजगार देने की भी बात कही थी। इतना ही नहीं पिछले दिनों डीएस कंपनी के उद्योग लगाने के लिए भी जमीन दी है, जबकि प्रदेश सरकार आचार संहिला लागू होने के बाद किसी भी प्रकार की घोषणा नहीं कर सकती। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार का यह गंभीर मामला है और इस पर कार्यवाही होनी चाहिए। राज्य निर्वाचन आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं, इससे अब सरकार की मुसीबत बढ़ सकती है। भाजपा के कैंट विधायक हरबंस कपूर ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता बस्तियों में जाकर वृद्धा पेंशन फार्म भरकम लोगों को नकद पैसे दे रहे हैं, जो कि चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में इस चुनाव को लेकर निराशा का माहौल है और किसी भी तरह से पार्टी चुनाव को जीतना चाहती है। 

जनलहर भाजपा के पक्ष में: तीरथ

पूरे राज्य में पार्टी के पक्ष में हवा है और छहः में पांच नगर निगम और 35 नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों पर पार्टी के प्रत्याशी भारी मतों से चुनाव जीत रहे हैं, यह बातें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष तीरथ सिंह रावत ने कहीं। मंगलवार को यहां पार्टी कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने कई क्षेत्रों का दौरा करने के बाद यह पाया है कि पूरे प्रदेश में भाजपा छहः में पांच नगर निगम और 35 नगर पालिकाओं, नगर पंचायतों पर पार्टी के प्रत्याशी भारी मतों से चुनाव जीत रही है। पिछले चुनाव में भाजपा के पास 18 नगर पालिकाओं और एक नगर निगम थे, लेकिन इस बार भाजपा की सीटें बढ़ रही हैं, यह चुनाव सरकार की विफलताओं को लेकर पार्टी लड़ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने अपने एक वर्ष के कार्यकाल में कुछ नहीं किया है, इस प्रदेश में शराब सस्ती और खाने की चीजे महंगी हो गई है, भ्रष्टाचार के सभी रिकार्ड तोड़ डाले हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने राज्य में कई नए कानूनों को लागू किया था ताकि प्रदेश में भ्रष्टाचार को कम किया जा सके। सिटीजन चार्टर के तहत एक तय सीमा में लोगों के काम किए जा रहे थे, लेकिन कांग्रेस सरकार ने इस कानून को समाप्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के पास विकास के नाम पर कहने को कुछ नहीं है, पार्टी के नेता आपस में भी एक दूसरे से उलझ रहे हैं, जिससे प्रदेश का विकास ठप होता जा रहा है। उन्होंने कोकाकोला फैक्ट्री खोले जाने के प्रस्ताव पर कहा कि इस फैक्ट्री को पानी कहां से मिलेगा, इस पर सरकार को अपना रूख साफ कर देना चाहिए। कंपनी से होने वाले प्रदूषण से लोग प्रभावित होंगे, इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा और उसका कचड़ा कहां फंेका जाएगा, इस बारे में सरकार ने कुछ नहीं कहा है। 

धारा के साथ चलें कार्यकर्ता: आर्य

देहरादून, 23 अप्रैल, । मंगलवार को यहां कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित बैठक के दौरान प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ता और सभी प्रत्याशी आपसी सहयोग और समन्वय के साथ चुनाव मैदान में जुट जायें, क्योंकि यह चुनाव कोई मामूली चुनाव नहीं है। इस चुनाव का संदेश दूर तक जायेंगा। कांग्रेस भवन में उनके द्वारा बुलाई गयी इस बैठक में मेयर पद के प्रत्याशी सूर्यकांत धस्माना सहित 55 वार्डों के पार्षद प्रत्याशियों ने भाग लिया। उन्होंने सभी प्रत्याशियों को संबोधित करते हुए दून निगम चुनाव कांग्रेस की प्रतिष्ठा का सवाल है और इस जीत का पूरे राज्य में एक संदेश जायेगा इसलिए कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं और प्रत्याशियों को जी जान से चुनाव प्रचार अभियान में जुट जाना चाहिए उन्होंने कहा कि सिर्फ चार दिन का समय शेष बचा है इसलिए सभी प्रत्याशियों को कड़ी मेहनत की जरूरत है। इस अवसर पर कई वार्डों के प्रत्याशियों ने उन्हें अपने वार्डों में पार्टी के ही बागी प्रत्याशियों द्वारा अपने खिलाफ काम करने के बारे में भी जानकारी दी गयी। जिस पर उन्होंने कहा कि पार्टी अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं करेंगी जो पार्टी की धारा के साथ नहीं चलेगा, धारा उसे अलग कर देगी। उन्होंने उन 80 कार्यकर्ताओं के निष्कासन की बात करते हुए कहा कि पार्टी की विचारधारा के खिलापफ जाने वाले लोगों को बाहर का रास्ता दिखाया जा चुका है। इस चुनाव में जो लोग पार्टी के खिलाफ काम कर रहे है चुनाव के बाद उनके खिलापफ कार्रवाई की जायेंगी। इस अवसर पर मेयर पद के प्रत्याशी सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि पार्टी के सभी नेता और कार्यकर्ता उनका साथ दें वह वायदा करते है कि किसी को भी भविष्य में वह शिकायत का मौका नहीं देंगे। इस अवसर पर राजपुर विधायक राजकुमार अनुशासन समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह भंडारी एंव चुनाव प्रचार प्रभारी धीरेन्द्र प्रताप तथा पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा आदि लोग भी मौजूद थे।

महावीर जयन्ती की प्रदेशवासियों को दी शुभकामनाएं

देहरादून, 23 अप्रैल, । उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (से.नि.) भुवन चन्द्र खण्डूड़ी, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा महावीर जयन्ती के शुभअवसर पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं। पूर्व मुख्य मंत्री बीसी खण्डूडी द्वारा अपने संदेश में यह भी कहा गया कि भगवान महावीर ने आज के दिन जन्म लेकर जीवों को अहिंसा, स्याद्वाद, अपरिग्रह का संदेश दिया तथा सत्य और अंहिसा जैसे महान सिद्धान्तांे को मानवजीवन में अपनानें की प्रेरणा दी। 

जस्टिस जे0एस0 वर्मा के निधन पर किया शोक 

देहरादून, 23 अप्रैल, । उत्तराखण्ड के पूर्व मुख्यमंत्री मेजर जनरल (से.नि.) भुवन चन्द्र खण्डूड़ी, पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष हरबंस कपूर, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव त्रिवेन्द्र सिंह रावत  द्वारा जस्टिस जे0एस0 वर्मा के निधन पर शोक व्यक्त किया तथा परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की है। पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खण्डूडी ने द्वारा जस्टिस वर्मा के साथ इलाहबाद विश्वविद्यालय में बिताये गये दिनों को भी याद किया, जब जस्टिस वर्मा पूर्व मुख्यमंत्री के सीनियर थे तथा एक ही छात्रावास में साथ रहते थे।

कांग्रेस प्रत्याशी को मेयर चुनकर विकास के इस कार्य को आगे बढ़ाएं: इंदिरा

हल्द्वानी/देहरादून, 23 अप्रैल, । क्षेत्रीय विधायक व काबिना मंत्री डा. इंदिरा हृदयेश पाठक ने कहा कि भाजपा का जनता ने पांच वर्ष का कार्यकाल देखा है और जनता विकास को भलीभांति जानती है। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा हल्द्वानी शहर के विकास के लिए लगातार कार्य किए गए हैं और शहर की जनता को चाहिए कि कांग्रेस प्रत्याशी हेंमत बगड़वाल को मेयर चुनकर विकास के इस कार्य को आगे बढ़ाएं। उन्होंने कहा कि शहर की मूलभूत समस्याओं से नगर निगम का सीधा मतलब होता है और कांग्रेस प्रत्याशी बगड़वाल शहर की समस्याओं से भलीभांति परिचित हैं और शहर को आदर्श नगर निगम बनाने के लिए उनके द्वारा लगातार कार्य कर विकास की गति को और तीव्र किया जाएगा। 

शहर के विकास के लिए वोट देने की अपील 

हल्द्वानी/देहरादून, 23 अप्रैल, । कांग्रेस के नगर निगम चुनाव में प्रत्याशी हेमंत बगड़वाल ने मंगलवार को रामपुर रोड़ क्षेत्र का व्यापक दौरा कर जनता से शहर के विकास के लिए वोट देने की अपील की। कांग्रेस प्रत्याशी बगड़वाल ने कहा कि वह छात्र जीवन से शहर की राजनीति में सक्रिय हैं और विकास के लिए हमेशा जनता के साख खड़े हैं। जनता के सहयोग से पूर्व में उनके द्वारा शहर के विकास के लिए कई कार्य किए गए हैं और अब तो शहर को निगम का दर्जा प्राप्त हो चुका है और जनता का आर्शीवाद मिला तो वह सभी को साथ लेकर विकास के नए आयाम के साथ हल्द्वानी नगर निगम को प्रदेश का आदर्श नगर निगम बनाने के लिए कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता का उन्हें अपार समर्थन मिल रहा है और सभी के सहयोग से नगर निगम में कांग्रेस का परचम लहराएगा। जन संपर्क अभियान में अमरजीत सिंह चड्ढा, प्रदीप सब्बरवाल आदि मौजूद थे। 

बच्चों को फेल किया तो होगा आंदोलन: एनएसयूआई

देहरादून, 23 अप्रैल,। एनएसयूआई कार्यकर्ता ऐसे निजी स्कूलों के खिलाफ उग्र आंदोलन करेंगे, जो कक्षा एक से लेकर 8तक के बच्चों को फेल कर रहे हैं। एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विनीत प्रसाद भट्ट ने मंगलवार को यहां एक आयोजित पत्रकार वार्ता में चुनौती में कहा कि दून के पब्लिक स्कूल मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा और आरटीई नियमों का अगर पालन नहीं करते तो एनएसयूआई कार्यकर्ता आंदोलन करने पर विवश होंगे और इसकी जिम्मेवारी जिला प्रशासन की होगी। इस अवसर पर शिवेश बहुगुणा ने कहा कि जिला प्रशासन द्वारा अभी तक मनमानी कर रहे स्कूलों के खिलाफ इन स्कूलों पर लगाम कसने के लिए कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गयी है जिसके कारण यह पब्लिक स्कूल छात्रों और अभिभावकों का उत्पीड़न कर रहे है। उन्होंने प्रशासन से पूछा है कि इन पब्लिक स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं दी जा रही है। तथा इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों पर कब तक तलवार लटकी रहेगी। एनएसयूआई कार्यकर्ताओं ने निकाय चुनाव में कांग्रेस को भारी मतों से विजयी बनाने की अपील की। इस मौके पर मानवेन्द्र प्रताप सिंह, संदीप शर्मा, सिद्धार्थ पोखरियाल, मोहन भंडारी, भूपेन्द्र नेगी, नवदीप नेगी, स्वर्णिम कंडारी, तुषार पाल, रिंकू नैनवाल, दीपक नेगी, हर्षित राणा, आदि लोग उपस्थित थे। 

समीक्षा अधिकारियों ने निकाली रैली

देहरादून, 23 अप्रैल, । पिछले दो सप्ताह से सचिवालय के समीक्षा अधिकारी हड़ताल पर है। अपनी सात सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे इन हड़ताली समीक्षा अधिकारियों का कहना है कि सरकार उनकी मांगों को जब तक नहीं मानेंगी वह काम पर वापस नहीं आयेंगे। पिछले 10 अप्रैल से आंदोलन कर रहे इन समीक्षा अधिकारियों ने मंगलवार को सचिवालय में एक रैली निकाली और सरकार से मांग की है कि वह उनकी मांगों पर तुरंत गौर करें। सचिवालय की समीक्षा अधिकारियों की हड़ताल के कारण पिछले 12-13 दिनों से कामकाज पूरी तरह ठप है। इस दौरान सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ उनकी कई दौर के वार्ताएं भी हो चुकी है लेकिन इन पर सहमति और समझौता नहीं हो सका है। इन हड़ताली कर्मचारियों को यह समझाने का प्रयास भी बेकार साबित हुआ है कि चुनाव आचार संहिता के बाद ही उनकी मांगों पर गौर किया जा सकता है। सचिवालय के समीक्षा अध्किारियों को बार-बार यह समझाया जा रहा है कि उनकी हड़ताल के कारण सरकारी कामकाज प्रभावित हो रहा है लेकिन वह अपनी मांगों को माने जाने तक हड़ताल पर अडिग है।



(राजेन्द्र जोशी)

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