छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (24 अप्रैल) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 24 अप्रैल 2013

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (24 अप्रैल)



मुख्यमंत्री श्री चैहान आज चंदला आयेंगे

छतरपुर/24 अप्रैल/प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान 25 अप्रैल को प्रातः 10.15 बजे स्टेट हैंगर, भोपाल से हेलीकाॅप्टर द्वारा प्रस्थान कर प्रातः 11.05 बजे खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री श्री चैहान यहां से प्रातः 11.15 बजे हेलीकाॅप्टर द्वारा प्रस्थान कर प्रातः 11.30 बजे चंदला पहुंचेंगे। श्री चैहान चंदला में स्थानीय खेल मैदान परिसर में  लोक कल्याण शिविर एवं विकास कार्यों के शिलान्यास व लोकार्पण समारोह में शामिल होने के पश्चात् दोपहर 1.15 बजे हेलीकाॅप्टर से पन्ना के लिये प्रस्थान करेंगे।  
  
उपकर राशि जमा करने हेतु दो नियोजकों को नोटिस जारी

छतरपुर/24 अप्रैल/उपकर निर्धारण अधिकारी एवं श्रम पदाधिकारी के के गुप्ता ने सागर रोड स्थित होटल फोर सीजन के नियोजक नीरज चैरसिया एवं नारायणपुरा रोड स्थित दक्ष इंस्टीट्यूट आॅफ फार्मास्यूटिकल साइन्स के डायरेक्टर एवं नियोजक अजय लाल निगम पुत्र डाॅ. आर एस लाल को क्रमशः होटल एवं भवन निर्माण कार्य के लिये उपकर राशि जमा करने हेतु नोटिस जारी किये हैं। श्रम पदाधिकारी के के गुप्ता ने बताया कि भवन तथा अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण उपकर अधिनियम 1996 की धारा 5 के तहत नियत समय पर उपकर राशि जमा न करने एवं दोबारा अवसर प्रदान करने के बावजूद अब तक उपकर की राशि जमा नहीं करायी गई है साथ ही पारित आदेश के विरूद्ध अपील के लिये अब तक सक्षम न्यायालय में अपील दायर करने की सूचना प्राप्त नहीं हुयी है। नियोजक नीरज चैरसिया से 2 लाख रूपये एवं अजय लाल निगम से 55 हजार 115 रूपये की उपकर राशि वसूली हेतु नोटिस जारी की गई है। नियोजक द्वारा नियमों का उल्लंघन पाये जाने पर उपकर निर्धारण अधिकारी एवं श्रम पदाधिकारी द्वारा भवन तथा अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण उपकर अधिनियम 1996 एवं उपकर नियम 1998 के नियम 13 में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग कर नियोजक को उपकर की राशि 2 प्रतिशत् मय ब्याज के जमा कराने के उद्देश्य से नोटिस जारी किया है। निर्धारित राशि बैंक ड्राफ्ट के माध्यम से सचिव, म0प्र0 भवन तथा अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल, भोपाल के नाम से बनवाकर जमा करानी होगी। 

मतदान केंद्रों का बेसलाइन सर्वे कराया जायेगा

छतरपुर/24 अप्रैल/भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार विधानसभा चुनाव 2013 को ध्यान में रखकर मतदाताओं के ज्ञान, दृष्टिकोण, व्यवहार एवं धारणा मालूम करने के उद्देश्य से मतदान केंद्रों का बेसलाइन सर्वे कराने का निर्णय लिया गया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय भोपाल द्वारा भारत निर्वाचन आयोग की सहमति से आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय म0प्र0 को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। जिला स्तर पर कलेक्टर के निर्देशन में सर्वेक्षण कार्य जिला योजना एवं सांख्यिकी कार्यालय द्वारा किया जायेगा। इसके लिये जिला योजना अधिकारी को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। योजना के तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के दस-दस मतदान केंद्रों का चयन रेण्डम के आधार पर किया गया है। जिसमें 5 मतदान केंद्र ग्रामीण क्षेत्रों से एवं 5 मतदान केंद्र शहरी क्षेत्रों के रहेंगे। प्रत्येक मतदान केंद्र की मतदाता सूची में से पांच-पांच पुरूष एवं महिला मतदाताओं का चयन किया जायेगा। जिनमें से दो-दो पुरूष एवं महिला मतदाता 18 से 30 आयुवर्ग के तथा दो-दो मतदाता 30 वर्ष से ज्यादा के होंगे। शेष एक-एक महिला एवं पुरूष मतदाता का चयन प्राथमिकता के आधार पर ग्रामीण क्षेत्रों के कृषक, मजदूर एवं शिक्षक तथा नगरीय क्षेत्रों के चिकित्सक, वकील एवं प्राध्यापक में से किया जायेगा। 
            
सर्वे कार्य के लिये प्रत्येक चयनित मतदान केंद्रों पर एक प्रगणक एवं विधानसभा स्तर पर एक पर्यवेक्षक की नियुक्ति की गई है। जिसमें सरकारी विभागों के कर्मचारी, गैर-शासकीय संस्थाओं एवं नेहरू युवा केंद्र के कर्मचारी शामिल हैं। उक्त कार्य के लिये नियुक्त किये गये 60 प्रगणकों एवं 6 पर्यवेक्षकों द्वारा 28 अप्रैल को शासकीय शिक्षा महाविद्यालय में प्रशिक्षण पश्चात् सर्वेक्षण का कार्य तत्काल प्रारंभ कर दिया जायेगा। इसके पूर्व विगत 17 एवं 18 अप्रैल को मास्टर ट्रेनरों का राज्य स्तरीय प्रशिक्षण सम्पन्न हो चुका है। जिला योजना अधिकारी ने बताया कि 7 मई तक सर्वेक्षण कार्य पूर्ण करके अनुसूचियां पर्यवेक्षक द्वारा नोडल अधिकारी को सौंपी जायेंगी। नोडल अधिकारी द्वारा जमा की गई सभी अनुसचियों को स्क्रीनिंग एवं टेबुलेशन कार्य के लिये संचालनालय भेजा जायेगा।


मुसलमानों की संस्कृति भारतीय संस्कृति से अलग नहीं है - प्रो. अब्दुल बिस्मिल्लाह 

  • विष्व पुस्तक दिवस के अवसर पर दो पुस्तकों का लोकार्पण व भाशण प्रतियोगिता संपन्न 


‘‘हमारे इतिहास को पहले से ही विकृत ढंग से पढाया जाता है, मध्यकालीन इतिहास में कहा जात है कि भारत पर मुसलानों का आक्रमण, लेकिन आधुनिक इतिहास में यह नहीं पढाते कि ईसाईयों का आक्रमण, उसे ब्रितानी  दखल पढ़ाया जाता हे। अंगे्रज पहले से ही ऐसा इतिहास लिखवाते और पढ़ाते रहे हैं ताकि भारत में सांप्रदायिक विभाजन बना रहे। मुस्लिम संस्कृति भारत की संस्कृति से कतई अलग नहीं है।’’  प्रख्यात लेखक व जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली  में हिंदी के विभागाध्यक्ष प्रो अब्दुल बिस्मिल्लाह ने यह उदगार स्थानीाय गांधी आश्रम में आयोजित विष्व पुस्तक दिवस समारोह में व्यक्त किए। इस कार्यक्रम में जिले के कलेक्टर राजेष बहुगुणा विषेश तौर पर उपस्थ्ति थे। 23 अप्रैल,विष्व पुस्तक एवं काॅपरराईट दिवस के अवसर पर भारत सरकार के मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत स्वायत्त संस्था नेषनल बुक ट्रस्ट, इंडिया ने प्रगतिषील लेखक मंच, गांधी आश्रम के सहयोग से समूचे मध्यप्रदेष में केवल छतरपुर में ही अपने कार्यक्रम का आयोजन किया , जिसके तहत सुबह छात्रों के लिए भाशण प्रतियोगिता तथा षाम को पुस्तक लोकार्पण व विमर्ष का आयोजन संपन्न हुआ। इस अवसर पर जानेमाने साहित्यकार अब्दुल बिस्मिल्लाह, नई दिल्ली व अषोक कुमार पांडे , ग्वालियर से पधारे । कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिश्ठ साहित्यकार डा. गंगाप्रसाद बरसैया ने की । इस अवसर पर एक पुस्तक प्रदर्षनी भी लगाई गई थी। स्थानीय गांधी आश्रम में संपन्न भाशण प्रतियोगिता के परिणाम इस प्रकार रहे - कनिश्ठ संवर्ग - रोहित निर्मल(प्रथम), चिरायु असाटी(द्वितीय), दिव्या भारती(तृतीय), षषि मिश्र , सृजन मिश्र(सांत्वना) । वरिश्ठ संवर्ग - सुभाश श्रीवास्तव(प्रथम), अदिति सिंह(द्वितीय), वंषिका असाटी(तृतीय), नौषीन और आत्री गोस्वामी(सांत्वना)। सभी पुरस्कृत बच्चों को जिलाधीष राजेष बहुगुणा और प्रो.अब्दुल बिस्मिल्लाह के हाथों प्रमाण पत्र व नगद राषि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई। इस प्रतियोगिता का परिचय पंकज चतुर्वेदी ने दिया, कार्यक्रम का संचालन उपेन्द्र सिंह ने किया और आभ्ीार प्रदर्षन प्रो बहादुर सिंह परमार ने किया।

इसे पूर्व नेषनल बुक ट्रस्ट द्वारा हाल ही में प्रकाषित पुस्तक आजादी का आदंोलन और भारतीय मुसलमान, जो षांतिमय रे द्वारा लिखित मूल अंग्रेजी पुस्तक , थ्त्म्म्क्व्ड डव्टम्डम्छज् ।छक् प्छक्प्।छ डन्ैस्प्डै का हिंदी अनुवाद है, का विमोचन हुआ। इसके अलावा  डा. गंगाप्रसाद बरसैया की पुस्तक ‘‘संवाद साहित्यकारों से’’ प्रकाषक  साहित्य निकेतन, बिजनौर  का भी विमोचन किया गया। प्रो बहादुर सिंह परमार ने डा बरसैया की पुस्तक की समीक्षा करते हुए बताया कि इस पुस्तक में 83 रचनाकरों के पत्र हैं जो अपने समय के समाज, निजता, आदि पर विमर्ष करते हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि श्री अब्दुल बिसमिल्लाह ने कहा गालिब से ले कर आधुनिक इतिहास तक के कई किस्सों के माध्यम से बताया कि आजादी का आंदोलन में कई मुस्लिम और हिंदू अगं्रेजपरस्त थे और उनसे ज्यादा लोग देषभक्त थे। ऐसे में किसी समाज-जाति को सवालों में खड़ा करना हमारी भूल होगा। ’’ पुस्तक के अनुवादक अषोक कुमार पांडे ने कहा कि इतिहासविदों ने हमारी संघर्शगाथाओं को कभी निश्पक्ष रूप से प्रस्तुत नहीं किया - जहां रानी लक्ष्मीबाई का गुणगान सभी जगह होता है, वहीं उसी काल में आजादी के लिए अपनी जान न्योछावर करने वाली बेगम हजरत महल का नाम तक लोग नहीं जानते। जिलाधीष राजेष बहुगुणा ने नेषनल बुक ट्रस्ट के प्रकाषनों और पुस्तकों के प्रौन्नयन के प्रयासों की प्रषंसा करते हुए कहा कि आजादी का अदंालन एक जन आंदोलन था और कोई भी जन आंदोलन किसी संप्रदाय विषेश का हो ही नहीं सकता, उसमें समाज के सभी वर्गों की समान भागीदारी होती है, तभी वह जन आंदोलन होता है। श्री बहुगुण ने कई साहित्यिक कृतियों का उल्लेख अपने वक्तव्य में करते हुए युवाओं से अपील की  िकवे अधिक से अधिक पुस्तकें पढ़े और समाज के प्रति अपनी स्वतंत्र धारणा बनाएं। कार्यक्रम का संचालन करते हुए नेषनल बुक ट्रस्ट के संपादक पंकज चतुर्वेदी ने जानकारी दी कि नेबुट किस तरह पूरे देष में पुस्तक प्रौन्नयन के लिए अभिनव प्रयोग कर रहा है।  कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्रो बरसैया ने अपने उदबोधन में कहा कि इतिहास का पूर्वागृह मानसिकता के साथ विष्लेशण करने से सामज पर विकृत असर पड़ रहा है। उनहोंने कहा कि अभी तक छतरपुर जिले के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास पर कोई निश्पक्ष काम नहीं हुआ। प्र.ले.स के अध्यक्ष एनपी सिंह ने ने सभी पुस्तक प्रेमियों, बच्चों और गांधी आश्रम के प्रति आभर व्यक्त किया। इस अवसर पर गांधी आश्रम, नेषनल बुक ट्रस्ट और  गांधी आश्रम की पुस्तकों की प्रदर्षनी लगाई गई।

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