उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता से चेन्नई में मुलाकात की. अखिलेश की मुलाकात को अगला लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए तीसरे मोर्चे के लिए समाजवादी पार्टी प्रमुख मुलायम सिंह यादव के प्रयासों से जोड़कर देखा जा रहा है.
जयललिता के साथ आधे घंटे की इस मुलाकात के बाद अखिलेश ने किसी भी सवाल का उत्तर देने से इनकार कर दिया. उन्होंने इससे पहले राष्ट्रीय स्तर पर ‘तीसरे मोर्चे’ का जोरदार समर्थन किया.
उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री पद संभालने के बाद पहली बार चेन्नई दौरे पर आये अखिलेश ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘तीसरा मोर्चा होना चाहिए. हमारा, समाजवादी पार्टी का मानना है कि राष्ट्रीय स्तर पर एक तीसरा मोर्चा होना चाहिए.’’ अखिलेश की यह यात्रा उनके पिता के वर्ष 2014 चुनाव से पहले भाजपा और कांग्रेस के विकल्प बनाने का प्रयास तेज़ करने के बीच हुई है.
अखिलेश ने कहा, ‘‘उन्होंने..कांग्रेस और भाजपा ने अपने वादे पूरे नहीं किये हैं. उनकी नीतियां गरीब समर्थक नहीं हैं. कांग्रेस और भाजपा और उनके सहयोगी दल कई मोचरें पर विफल रहे हैं. एक तीसरा मोर्चा होना चाहिए.’’
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