सस्ती चिकित्सा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिये राष्ट्रीय सम्मेलन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 23 अप्रैल 2013

सस्ती चिकित्सा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिये राष्ट्रीय सम्मेलन


सस्ती चिकित्सा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिये फैमिली मेडिसिन और प्राइमरी केयर पर पहले राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन 

  • भारत में प्राइमरी केयर पर आयोजित अपने तरह के पहले सम्मेलन का उद्घाटन आज इंडिया इंटरनेषनल सेंटर में हुआ। 
  • दो दिन के सम्मेलन में कई प्रतिष्ठित संकाय के साथ-साथ अन्य देशों के प्रतिनिधियों सहित कुल 400 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। 


नयी दिल्ली, 20 अप्रैल, 2013: गरीबों में से सबसे गरीब को कारगर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने, विभिन्न चिकित्सकीय विद्याओं में निपुण और सक्षम प्राइमरी केयर चिकित्सकों को तैयार करने तथा देष में फैमिली मेडिसीन को बढ़ावा देने के उद्देष्य से आज राश्ट्रीय राजधानी के इंडिया इंटरनेषनल सेंटर में फैमिली मेडिसीन एवं प्राथमिक चिकित्सा पर पहले राश्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय में स्वास्थ्य सचिव केषव देसी राजू ने किया। इस मौके पर विष्व फैमिली डाॅक्टर संगठन (डब्ल्यू ओ एन सी ए) के निर्वाचित अध्यक्ष प्रोफेसर माइकल किड, पब्लिक हेल्थ फाउंडेषन आॅफ इंडिया (पीएचएफआई) के संस्थापक अध्यक्ष प्रो. के श्रीनाथ रेड्डी, भारतीय चिकित्सा परिशद (एमसीआई) के संचालक बोर्ड के सदस्य डा. पुरूशोत्तम लाल और राश्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिषन के कार्यकारी निदेषक डा. टी सुंदररमन सहित अनेक भारतीय एवं अंतर्राश्ट्रीय विषेशज्ञ मौजूद थे। 

देष में समुदाय आधारित स्वास्थ्य सेवा को बढ़ावा देने तथा प्रखंड एवं उप जिला स्तर पर कुषल एवं योग्य चिकित्सक मुहैया कराने के उद्देष्य से एकेडमी आॅफ फैमिली फिजिषियंस आॅफ इंडिया (आईएफपीआई) की ओर से दो दिन के इस सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन और नेशनल हेल्थ सिस्टम्स रिसोर्स सेंटर के सहयोग से आयोजित हो रहे इस सम्मेलन का मुख्य विशय है ‘अनेक विद्याओं में निपुण और सक्षम प्राइमरी केयर चिकित्सकों को तैयार करना: भारत में फैमिली मेडिसिन पर आम सहमति‘। प्राइमरी केयर क्लीनिकों की अग्रणी चेन, बंेगलूर स्थित नेशनवाइड प्राइमरी हेल्थकेयर सर्विसेज प्रा. लिमिटेड (नेशनवाइड) इस आयोजन का प्रमुख प्रायोजक और प्रमुख भागीदार है। इस सम्मेलन को अंतर्राष्ट्रीय पार्टनरों -द वल्र्ड आर्गेनाइजेशन फाॅर फैमिली डाॅक्टर्स और द स्पाइस रूट और अकादमिक भागीदारों-क्रिश्चियन मेडिकल काॅलेज, वेल्लोर, आॅल इंडिया मेडिकल साइंस, जोधपुर, कालिकट मेडिकल काॅलेज और भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद का भी समर्थन प्राप्त है। एकेडमी आॅफ फैमिली फिजिषियंस आॅफ इंडिया (आईएफपीआई) एवं सम्मेलन की आयोजन समिति के अध्यक्ष डाॅ. रमन कुमार ने कहा, “भारत यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज और राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कई विद्याओं में निपुण और सक्षम प्राइमरी केयर प्रबंधक और उनके ज्ञान की हमारे स्वास्थ्य सेवा पद्धति की योजनाओं, विषयों और पहल कदमियों को आगे बढ़ाने में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका है। भारत सरकार की राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति, 2002 सहित कई नीतिगत दस्तावेजों में फैमिली मेडिसिन को महत्व दिया गया है। इस तरह का सम्मेलन आज की जरूरत हैं क्योंकि भारत में अगर गरीबों में से सबसे गरीब लोगों को भी सम्पूर्ण स्वास्थ्य के लक्ष्यों में षामिल करना है तो फैमिली मेडिसीन की प्रणाली को मजबूत करना होगा क्योंकि ये गरीब मल्टी-स्पेशियलिटी और सुपर-स्पेशियलिटी अस्पतालों का खर्च वहन नहीं कर सकते।’’

डाॅ. रमन कुमार ने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से भारत और दुनिया भर के फैमिली मेडिसीन विषेशज्ञ फैमिली मेडिसीन से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करने के लिए एक मंच पर एकत्रित हुये हैं। इस सम्मेलन के जरिये सरकार को फैमिली मेडिसीन को बढ़ावा देने तथा चिकित्सकों की युवा पीढ़ी को समुदाय आधारित चिकित्सा को करियर के रूप में अपनाने के लिये प्रेरित किया जायेगा। इस सम्मेलन में भारतीय और अंतरराश्ट्रीय विषेशज्ञों को भारत में फैमिली मेडिसीन एवं प्राथमिक चिकित्सा से जुड़े फिजिषियनों की विषेशज्ञता को परिभाषित करने के लिए एक साझा उद्देश्य के साथ एक साथ लाया गया है। सम्मेलन में न सिर्फ भारत के 400 से अधिक प्रतिनिधि और विशेषज्ञ बल्कि पड़ोसी देशों से भी प्रतिनिधि और विषेशज्ञ फैमिली मेडिसीन के विकास की संभावनाओं पर विचार कर रहे हैं। नेषनल हेल्थ सिस्टम्स रिसोर्स सेंटर के वरिष्ठ सलाहकार (पब्लिक हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन) और इस सम्मेलन के संयोजक प्रशांत के एस ने कहा कि इस सम्मेलन के दौरान राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली संसाधन केंद्र (एनएचएसआर) और राश्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) की ओर से राश्ट्रीय संगोश्ठी का भी आयोजन किया जा रहा है जिसमें फैमिली मेडिसीन एवं प्राथमिक चिकित्सा क्षेत्र के भारतीय एवं अंतर्राश्ट्रीय विषेशज्ञ भारत में फैमिली मेडिसीन के कार्यक्रम के विस्तार की संभावनाओं, खास तौर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में गंभीर मरीजों के इलाज के कौषल के विकास के बारे में विचार कर रहे हैं। डा. रमन कुमार ने बताया कि इस सम्मेलन के दौरान एक रेनबो सत्र का आयोजन हो रहा है जिसमें भारतीय मूल के अंतर्राष्ट्रीय चिकित्सक ले रहे हैं। इसके अलावा डीएनबी (फैमिली मेडिसीन) के अलावा एमआरसीजीपी परीक्षा पर कार्यशालाओं का आयोजन हो रहा है। इसमें दक्षेस एवं गैर दक्षेस देषों के अनेक अंतर्राश्ट्रीय प्रतिनिधि हिस्सा लेेने के लिये आये हुये हैं। दो दिवसीय सम्मेलन के दौरान दक्षिण एशिया प्राइमरी केयर रिसर्च नेटवर्क (एसएपीसीआरएन) की ओर से 21 अप्रैल को शोध पद्धति पर आधे दिन की कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय स्तर के वैज्ञानिक/सीएमई सत्र भी आयोजित होंगे। सम्मेलन के दौरान नई अवधारणाओं पर आधारित कई दिलचस्प गतिविधियों का आयोजन होगा। इसके अलावा ‘‘स्पाइस रूट’’ का एक अलग सत्र आयोजित किया जा रहा है। यह दक्षिण एशिया क्षेत्र के युवा और भावी प्राथमिक चिकित्सा विषेशज्ञों का मंच है। इसमें भारत नेपाल, पाकिस्तान और श्रीलंका के युवा प्रतिनिधि भाग लेंगे। इसके अलावा प्राइमरी हेल्थ केयर के लिये यूथ लीडरषिप समिट का आयोजन होगा जिसमें चुने गये छात्र और युवा चिकित्साकर्मी अपनी इस अवधारणा को पेष करेंगे कि भारत में प्राथमिक चिकित्सा प्रणाली को कैसे मजबूत किया जाये। 

नेशनवाइड के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डाॅ. शांतनु चट्टोपाध्याय ने कहा कि “भारत में हेल्थकेयर का मौजूदा परिदृश्य पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि अस्पतालों और सुपर-स्पेशिएलिटी देखभाल पर मनमाने ढंग से जोर दिए जाने के कारण मरीजों को हेल्थकेयर के खर्च में वृद्धि का सामना करना पड़ रहा है। प्राइमरी स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाकर काफी हद तक इस व्यय से बचा जा सकता है और इस कार्य को केवल तभी किया जा सकता है जब हमारे पास प्रशिक्षण और अधिक फैमिली फिजिशियन तैयार करने के लिए एक मजबूत प्रणाली हो।“ 

इस सम्मेलन में सीएमई और वैज्ञानिक सेमिनार सत्रों के अलावा, विषेशज्ञ निम्न विषयों पर चर्चा कर रहे हैं- 

  • भारतीय मेडिकल स्नातकों के लिए फैमिली मेडिसिन को कॅरियर का पसंदीदा विकल्प बनाना- चुनौतियां और समाधान 
  • मरीजों में संतुष्टि का स्तर बढ़ाने के लिए जरूरी परामर्श और संवाद कौशल 
  • नर्सिंग में फैमिली मेडिसिन की संभावनाओं का विस्तार करना 
  • शासन और नियामक संबंधी मसले 
  • भारत में फैमिली प्रेक्टिश में उभरते नमूने 


भारतीय फैमिली फिजिशियन एकेडमी के बारे में 

भारतीय फैमिली फिजिशियन एकेडमी ;।थ्च्प्द्ध भारत में एक अग्रणी संगठन है जो प्राइमरी केयर फिजिशियनों की प्रशिक्षण और शिक्षा को बढ़ावा देने का काम कर रहा है। ।थ्च्प् एक लाभ-निरपेक्ष संगठन है जो सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट, 1860 के अंतर्गत पंजीकृत है। ।थ्च्प् विभिन्न प्राइमरी केयर प्रोवाइडरों के लिए एक शैक्षणिक संगोष्ठि के रूप में कार्य करता है और भारत में इस क्षेत्र में या प्राइमरी केयर में स्वास्थ्य संबंधी नीतियों को बनाने में मजबूत पक्षधर की भूमिका निभाता है।

नेशनवाइड प्राइमरी हेल्थकेयर सर्विसेज प्रा. लि. के बारे में 

नेशनवाइड प्राइमरी हेल्थकेयर सर्विसेज प्रा. लि. (नेशनवाइड) प्राइमरी केयर क्लीनिकों की एक अग्रणी चेन है जिसे 2011 में ब्रांड एकेडमी कर्नाटक सर्विस एक्सीलेंस अवार्ड में बिग ब्रांड रिसर्च द्वारा “बैंगलोर में सबसे आधुनिक प्राइमरी हेल्थकेयर सर्विसेज“ अवार्ड से सम्मानित किया गया था।  नेशनवाइड का उद्देश्य “फैमिली डाॅक्टर को वापस लाना“ की अपनी अवधारणा के जरिये पुरानी फैमिली डाॅक्टर नमूने को पुनर्जीवित करना है। अधिक जानकारी के लिए कृपया लाॅगिन करें www.nationwidedocs.org

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