देहरादून, 19 अप्रैल। अपराध को लेकर प्रदेश में आंकड़ों का खेल जारी है। सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार की ओर से नियोजन मंत्री दिनेश अग्रवाल सहित आईजीकानून व्यवस्था भी पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा दिए गए आंकड़ों को झुटला नहीं सके।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेशा पोखरियाल निशंक ने बीते दिन प्रदेश में आपराधिक घटनाओं का विवरण रखते हुए कहा था कि जबसे कांग्रेस की सरकार आई है, तबसे लेकर अब तक एक साल के भीतर प्रदेश में 234 मर्डर, 406 बलवे, 28 डकैती, 174 बलात्कार, 215 महिलाओं व 137 अन्य के अपहरण हुए हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि प्रदेश सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है, उन्होंने एक उदाहरण देते हुए कहा था कि जिस व्यक्ति के खिलाफ 14 मुकदमें पंजीकृत है, वह मुख्यमंत्री कार्यालय में आराम से घूमते-फिरते हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि उच्च न्यायालय मुख्य न्यायाधीश की बैंच ने ऐसे अपराधि को 22 नवम्बर 2012 को गिरफ्तार करने के आदेश सरकार को दिए थे।
शुक्रवार को इस मामले में सरकार की ओर से जहां नियोजन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक पर पलटवार करते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहतर हुई है। उन्होंने कहा कि चुनाव नजदीक आते ही निशंक को कानून व्यवस्था की याद आ गयी, लेकिन वे भी पत्रकार वार्ता में आंकड़े नहीं पेश कर पाए। वहीं दूसरी ओर शुक्रवार सांय सरकार की ओर से बुलाई गई पत्रकार वार्ता में आईजी कानून व्यवस्था राम सिंह मीणा ने कहा कि राज्य में अन्य प्रदेशों के मुकाबले अपराध कम हैं। उन्होंने बीते एक साल के आंकड़े देते हुए बताया कि राज्य में लूट की 129, बलवे 319, गृह भेदन 345, डकैती 23, हत्या 201, बलात्कार 52 तथा महिला अपहरण के 335 मामले दर्ज हुए हैं। आईजी कानून व्यवस्था से जब यह पूछा गया कि पूर्व मुख्यमंत्री निशंक द्वारा दिए गए आंकड़ों से आप कितने सहमत है, तो वे उसका जवाब नहीं दे पाए और बोले उन्होंने उनके आंकड़े देखे नहीं हैं। आनन-फानन में बुलाई गई पत्रकार वार्ता का उद्देश्य पूर्व मुख्यमंत्री निशंक द्वारा बीते दिन दिए गए आंकड़ों को झुठलाना था, लेकिन वे निशंक के आंकड़ों पर कुछ भी नहीं बोल पाए। ऐसे में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए वे सकपकाते नजर आए।
(राजेन्द्र जोशी)
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