नक्सलियों के दो दिवसीय बंद के पहले दिन बिहार में छिटपुट हिसक वारदातों के बीच मिलेजुले प्रभाव की खबरें हैं। हाजीपुर-मुजफ्फरपुर रेल प्रखंड में शनिवार को नक्सलियों ने रेल पटरी को विस्फोटक से उड़ा दिया। घटना के बाद इस रेल खंड पर चार घंटे तक रेल आवागमन ठप रहा। दूसरी ओर मुजफ्फरपुर के सरैया थाना क्षेत्र में नक्सलियों ने ट्रक चालक और उसके सहायक को उतारकर एक ट्रक में आग लगा दी।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के बंद का ग्रामीण क्षेत्रों में व्यापक प्रभाव देखा जा रहा है। जबकि शहरी क्षेत्रों में भी बंद का आंशिक असर दिखा है। राज्य के नक्सल प्रभावित गया, औरंगाबाद, जमुई, रोहतास, लखीसराय, मुंगेर सहित कई जिलों के ग्रामीण क्षेत्रों में दुकानें बंद और सड़कें सूनी हैं।
रेलवे स्टेशनों पर भी चौकसी बढ़ाते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किए गए हैं। पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अमिताभ प्रभाकर ने बताया कि रेलवे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। रात में रेलगाड़ियों की गति कम रखने का निर्देश दिया गया है। महत्वपूर्ण एक्सप्रेस ट्रेनों को चलाने के लिए विशेष व्यवस्था की गई है।
वहीं बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने सभी पुलिस अधीक्षकों को सुरक्षा संबंधी विशेष निर्देश जारी किए हैं। उल्लेखनीय है कि झारखंड के चतरा जिले में हाल ही में नक्सली गुटों की आपसी लड़ाई में भाकपा (माओवादी) से जुड़े 10 नक्सली मारे गए थे। इस घटना के विरोध में भाकपा (माओवादी) ने शनिवार और रविवार को बंद आहूत कर रखा है।
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