भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चला रहे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने कहा कि आजादी से पहले 150 साल में ब्रिटिश हुकूमत ने भारत को जितना लूटा था, उससे कहीं ज्यादा नेताओं ने राष्ट्र को लूटा है।
हजारे ने जनतंत्र यात्रा के दौरान नारनौड शहर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 150 साल में ब्रिटिश हुकूमत ने देश को उतना नहीं लूटा जितना कि इस राष्ट्र के नेताओं ने लूटा है। देश को जन संसद की जरूरत है जो दिल्ली में छह महीने के अंदर लगाई जाए। उन्होंने कहा कि देश की राजनीतिक प्रणाली को बदलने की जरूरत है जो भ्रष्टाचार से मैली हो गई है।
हजारे ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि लोक सेवक जनता के मालिक बन गए हैं। सरकार लोगों को ठग रही है और दो साल के अंदर वह जन लोकपाल विधेयक नहीं पेश कर सकी। शक्ति लोगों के हाथों में है और उन्हें इस बड़े उद्देश्य के लिए एकजुट होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम न तो कोई चुनाव लड़ेंगे न ही चुनाव की राजनीति में भाग लेंगे बल्कि देश के लोगों के लिए काम करेंगे। पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने बीती रात यहां जनतंत्र यात्रा की एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि देश को एक ऐसी प्रणाली की जरूरत है जहां सरकार सेना की इकाई की तरह संचालित की जाए जिसके लिए राष्ट्र किसी भी जाति या धर्म से ऊपर है।
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