पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा ने कहा है कि उन्होंने सभी काम प्रधानमंत्री से विचार विमर्श करके ही किए थे. राजा पर जेपीसी मसौदा रिपोर्ट में टूजी स्पेक्ट्रम मुद्दे पर प्रधानमंत्री को गुमराह करने का आरोप लगा है. राजा ने शुक्रवार 19 अप्रैल को कहा कि वह अपने बचाव में समिति के समक्ष विस्तृत जवाब अगले सप्ताह भेजेंगे.
राजा ने कहा, ‘‘मैंने सब कुछ प्रधानमंत्री से विचार विमर्श करके ही किया. पद छोड़ने के बाद भी मैंने सभी लोगों को बताया कि मैंने जो कुछ किया वह प्रधानमंत्री से विचार विमर्श कर ही किया.’’ उन्होंने कहा, ‘‘अपनी गिरफ्तारी के बाद मैंने अदालत में भी वही बात कही और आरोप तय किये जाने के समय भी यही दलील दी. मेरा रूख पूरी तरह से स्पष्ट रहा है.’’
टू जी स्पेक्ट्रम आवंटन से जुड़े घटनाक्रमों का उल्लेख करते हुए जेपीसी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में प्रधानमंत्री को दूरसंचार मंत्रालय की ओर से अपनायी जाने वाली प्रक्रिया के बारे में ‘गुमराह’ किया था.
राजा ने कहा, ‘‘मैं अपने को निर्दोष साबित कर दूंगा और जेपीसी को नोट भेजूंगा. मुझे उम्मीद है कि वे मुझे बुलायेंगे.’’ टूजी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच के बारे में एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘पूरा टूजी मामला गड़बड़ी से भरा है. चाहे कैग हो.. उच्चतम न्यायालय के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए मैं कहना चाहता हूं कि नैसर्गिक न्याय के अनुरूप नहीं है. मुझे न्यायपालिका में विश्वास है और मैं अपने को निर्दोष साबित कर दूंगा.’’
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