दिल्ली के पुलिस कमिश्नर नीरज कुमार ने इस्तीफा देने से इंकार कर दिया है। जब पुलिस कमिश्नर से उनके इस्तीफे के बारे में पत्रकारों ने सवाल किया तो पलटकर उन्होंने पत्रकारों से ही सवाल पूछ लिया। नीरज कुमार ने कहा कि रिपोर्टर की गलती पर क्या संपादक इस्तीफा देते हैं। उन्होने कहा कि मेरे इस्तीफे से रेप रुकें तो हजार बार देने को तैयार हूं।
नीरज कुमार ने कहा कि रेप के अधिकतर मामलों में पिता, भाई, जीजा, देवर ही आरोपी होते हैं। क्या ये संभव है कि पुलिस ऐसे बलात्कार रोक पाए। 97 फीसदी रेप केस जान पहचान के लोग ही करते हैं। क्या पड़ोसी के द्वारा बच्ची से रेप को रोकना संभव है।
पुलिस कमिश्नर ने कहा कि शुरुआती जांच में पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आई है। मनोज को पकड़ने के बाद प्रदीप की जानकारी सामने आई। लड़की के माता-पिता ने पड़ोसियों पर कोई शक जाहिर नहीं किया था। 16 दिसंबर की घटना और उसके बाद दिल्ली में 5 साल की गुड़िया से बलात्कार के मामले में पुलिस ने जिस तरह का रवैया अपनाया उस पर भारी आक्रोश है। कांग्रेस समेत तमाम राजनीतिक दल उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें