राही ने विश्व कप निशानेबाजी में स्वर्ण से खोला भारत का खाता - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 5 अप्रैल 2013

राही ने विश्व कप निशानेबाजी में स्वर्ण से खोला भारत का खाता


दक्षिण कोरिया के चांगवोन में चल रहे निशानेबाजी विश्व कप में भारत की महिला निशानेबाज राही सरनोबत ने शुक्रवार को 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। राही इस जीत के साथ ही विश्व कप में पिस्टल निशानेबाजी में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई। राही ने स्थानीय खिलाड़ी क्योंग्ये किम को फाइनल में 8-6 से हराकर स्वर्ण पदक पर कब्जा किया। इस जीत के बाद राही भारत के लिए विश्वकप में स्वर्ण पदक दिलाने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गई। 

राही से पहले अंजली भागवत, गगन नारंग, संजीव राजपूत, राज्यवर्धन सिंह राठौर, रंजन सौंधी और मानवजीत सिंह संधू विश्वकप में स्वर्ण पदक जीत चुके हैं। राही ने ने 585 अंक हासिल किए थे और वह सेमीफाइनल स्टेज में चौथे नंबर पर रहीं थीं। सेमीफाइनल में राही ने अच्छा प्रदर्शन किया और 15 अंकों के साथ दूसरी सबसे बेहतरीन सेमीफाइनलिस्ट रहीं।

नए नियमों के अनुसार शरुआती चरणों में शीर्ष आठ खिलाड़ी सेमीफाइनल में प्रवेश करते हैं। जिसके बाद सेमीफाइनल में शीर्ष दो खिलाड़ी फाइनल में प्रवेश करते हैं। राही ने फाइनल में बढ़िया खेल दिखाया और स्वर्ण पदक जीता।  वहीं, अन्य भारतीय खिलाड़ियों को निराशा हाथ लगी। वर्ष 2010 राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीसा सैयद कुछ खास नहीं कर पाई और 21वें स्थान पर रहीं, जबकि राष्ट्रीय चैम्पियन सुषमा सिंह को 26वें स्थान से संतोष करना पड़ा।।  10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा में तीनों भारतीय खिलाड़ियों में से कोई भी फाइनल में प्रवेश नहीं कर सकीं।

कोई टिप्पणी नहीं: