आजसू किसी भी गठबंधन को समर्थन नहीं देगा. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 5 अप्रैल 2013

आजसू किसी भी गठबंधन को समर्थन नहीं देगा.


अपनी चुनावी किस्मत चमकाने में जुटे पूर्व उपमुख्यमंत्री सुदेश महतो के झारखंड में किसी भी गठबंधन को सरकार बनाने में समर्थन नहीं देने और अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव अकेले दम लड़ने के फैसले ने राज्य की राजनीति को एक नए मोड पर पहुंचा दिया है।

महतो की आल झारखंड स्टूडेन्ट्स यूनियन (आजसू) के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को बताया कि छह विधायकों वाला यह दल मौजूदा समय में किसी भी गठबंधन को झारखंड में सरकार बनाने में समर्थन नहीं देगा।

प्रवक्ता ने कहा कि आजसू विधानसभा भंग कर राज्य में नए चुनाव कराए जाने का समर्थन करती है। पार्टी ने अगले विधानसभा और लोकसभा चुनाव अकेले दम लड़ने और किसी से तालमेल नहीं करने का फैसला किया है।  आजसू के इस फैसले ने उसका समर्थन हासिल कर सरकार बनाने की जुगत में लगे झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस को मायूस कर दिया है।

अगले विधानसभा और लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए आजसू ने महिलाओं को रिझाने की रणनीति अपनाई है। राज्य में लगभग 40 फीसदी वोटर महिलाएं हैं और आजसू को उम्मीद है कि उनके समर्थन से उसकी चुनावी किस्मत चमक जाएगी। प्रवक्ता ने कहा कि झारखंड में महिलाएं सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक दृष्टि से पुरुषों की तुलना में काफी पीछे हैं। आजसू का प्रयास है कि उनका हर क्षेत्र में सशक्तीकरण हो ताकि वे राज्य के विकास में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिला कर चल सकें। उसने कहा कि महतो ने झारखंड में पंचायती राज संस्थाओं को महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने सैंकडों महिला स्वयंसेवी संगठनों के गठन और खेलों में महिलाओं को बढावा देने के लिए भी ठोस उपाय किए हैं।

महिलाओं का समर्थन जुटाने की अपनी मुहिम के तहत आजसू ने पिछले माह रांची में महिला पंचायत का आयोजन किया था। इसमें समूचे राज्य से बडी संख्या में महिलाओं ने हिस्सा लिया जिससे आजसू की अपनी रणनीति की सफलता की उम्मीदें बढ़ गई हैं। महतो अर्जुन मुंडा की पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री के अलावा पंचायती राज, ग्रामीण विकास और खेल मंत्री रह चुके हैं। मुंडा की सरकार पिछली जनवरी में झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थन वापस लेने से अल्पमत में आ गई थी और मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना पडा़ था। इसके बाद राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था और विधानसभा को निलंबित रखा गया है।

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