योग गुरु से राजनेता बनने का प्रयास कर रहे बाबा रामदेव अब 'राजनीतिक पंच' बनने की भी कोशिश में हैं। रविवार को उन्होंने दो धुर राजनीतिक विरोधियों बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच 'शांतिदूत' की भूमिका निभाने की ख्वाहिश जताई। दो दिनों की बिहार यात्रा के बाद झारखंड के लिए रवाना होने से पहले संवाददाताओं से बातचीत में रामदेव ने कहा, "यदि मेरी सेवा ली गई तो मैं उन लोगों के बीच मतभेद कम करने का प्रयास करूंगा।"
रामदेव ने कहा कि उनका मानना है कि मोदी और नीतीश को अपने राजनीतिक और वैचारिक मतभेद भुला देना चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों ही समान राशि वाले हैं और एक बड़े 'हेतु' के लिए स्वाभाविक सहयोगी भी हैं। रामदेव ने हालांकि यह भी जोड़ा कि विकास के लिए भारत को मोदी की और बिहार को नीतीश की जरूरत है।
गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी की प्रधानमंत्री बनने की अभिलाषा में जदयू नेता नीतीश कुमार सबसे बड़ा रोड़ा हैं। नीतीश ने बार-बार दोहराया है कि वह आम चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की तरफ से प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को पेश किए जाने को कतई स्वीकार नहीं करेंगे।
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