उद्योगपति आर. पी. गोयनका का निधन, कोलकाता में शोक - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 14 अप्रैल 2013

उद्योगपति आर. पी. गोयनका का निधन, कोलकाता में शोक


देश के वरिष्ठ उद्योगपति व आरपीजी समूह के संस्थापक रमा प्रसाद गोयनका का रविवार को लंबी बीमारी के बाद कोलकाता स्थित आवास पर निधन हो गया। वह 83 वर्ष के थे। गोयनका के परिवार में पत्नी सुशीला और दो बेटे हर्षवर्धन तथा संजीव हैं, जो बड़े उद्योगपति हैं। हर्ष जहां आरपीजी एंटरप्राइजेज के अध्यक्ष हैं, वहीं उनके छोटे भाई संजीव आरपी-संजीव गोयनका समूह के अध्यक्ष हैं। गोयनका ने तीन साल पहले ही अपने पूरे व्यवसाय को दोनों बेटों के बीच बांट दिया था।

आरपी के नाम से जाने जाने वाले गोयनका ने वर्ष 1979 में आरपीजी एंटरप्राइजेज की स्थापना की थी। उनके अविभाजित व्यावसायिक साम्राज्य में सीईएससी, नोएडा पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड, आरपीजी रेचेम, स्पेंसर, सीईएटी टायर्स, सारेगामा इंडिया (पहले ग्रामोफोन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया), केईसी इंटरनेशनल, फिलिप्स कार्बन ब्लैक, फुजित्सु आईसीआईएम (अब जेंसार टेक्नोलॉजिज), हैरीसंस मलयालम, फर्स्टसोर्स सॉल्यूशंस लिमिटेड तथा आरपीजी लाइफ साइंसेज शामिल हैं।

राज्यसभा के सदस्य रह चुके गोयनका की व्यावसायिक रुचि ऊर्जा, बिजली ट्रांसमिशन इंजीनियरिंग, कोयला खनन, टायर, कार्बन ब्लैक, खुदरा, मनोरंजन, बगवानी, औषधीय तथा सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में थी। 'टेकओवर किंग' के नाम से विख्यात गोयनका ने प्रेसीडेंसी और हार्वर्ड से पढ़ाई की थी। उन्होंने चार कंपनियों- फिलिप्स कार्बन ब्लैक, एशियन केबल्स, अगरपारा जूट तथा मर्फी इंडिया को साथ मिलाकर आरपीजी एंटरप्राइजेज शुरू किया था। इस समूह का वार्षिक टर्नओवर 105 करोड़ रुपये का था।

वर्ष 1980 के दशक में उन्होंने कई कंपनियों का अधिग्रहण किया। उन्होंने पहला अधिग्रहण वर्ष 1981 में सीईएटी कंपनी का किया था। इसके बाद इस समूह ने वर्ष 1983 में सिर्ले इंडिया (अब आरपीजी लाइफ साइंसेज), वर्ष 1985 में ग्रामोफोन कंपनी (अब सारेगामा इंडिया), वर्ष 1988 में हैरीसंस मलयालम और वर्ष 1989 में सीईएससी तथा स्पेंसर का अधिग्रहण किया।

गोयनका का जन्म एक मार्च, 1930 को कलकत्ता (अब कोलकाता) के एक व्यावसायिक परिवार में हुआ था। उनकी गिनती देश की पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत इंदिरा गांधी के करीबियों में होती है। वर्ष 2000 से 2006 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य भी रहे। वह फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के अध्यक्ष भी रहे।

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