एसएफआई के एक कार्यकर्ता की मौत को लेकर वामपंथी दलों ने मंगलवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममताममता बनर्जी के खिलाफ प्रदर्शन के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने योजना आयोग के कार्यालय के बाहर राज्य के वित्त मंत्री अमित मित्रा से हाथापाई भी की। वाम संगठनों के प्रदर्शनकारियों का एक समूह आयोग के कार्यालय के बाहर तृणमूल कांग्रेस प्रमुख का इंतजार कर रहा था। मुख्यमंत्री जब मित्रा के साथ पौने चार बजे आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया से मिलने पहुंचीं तो प्रदर्शनकारियों ने उनके खिलाफ नारे लगाए।
बनर्जी को पुलिस ने सलाह दी थी कि वह अपनी कार से बाहर नहीं निकलें और अंदर चली जाएं। लेकिन मुख्यमंत्री ने नारे लगा रहे एवं तख्तियां लहरा रहे प्रदर्शनकारियों के बीच से भवन के अंदर जाना पसंद किया। प्रदर्शनकारियों ने मित्रा से हाथापाई की जिसमें उनका कुर्ता फट गया। पंचायत मंत्री सुब्रत मुखर्जी और शहरी विकास मंत्री फरहाद हाकिम को भी प्रदर्शनकारियों के विरोध का सामना करना पड़ा। प्रदर्शनकारी माकपा की छात्र इकाई एसएफआई के नेता सुदीप्तो गुप्ता की मौत का विरोध कर रहे थे।
एसएफआई और माकपा के सदस्यों ने ममता बनर्जी हाय हाय, तृणमूल कांग्रेस हाय हाय, हत्यारी ममता शर्म करो के नारे लगाए। क्षुब्ध मुख्यमंत्री यह कहते हुए भवन के अंदर प्रवेश कर गईं कि यह असभ्य व्यवहार है। उन्होंने कहा कि आपको मालूम हैं वे क्यों प्रदर्शन कर रहे हैं। मेरे साथ दस लाख लोग हैं। मैं उन्हें दिल्ली ला सकती हूं। वे पश्चिम बंगाल का विकास नहीं चाहते।
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