2जी स्पेक्ट्रम घोटाले की जांच के लिए बनी जॉइंट पार्ल्यामेंट्री कमिटी (जेपीसी) की रिपोर्ट लीक होने और उसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का नाम घसीटने पर एनडीए ने जबरदस्त नाराजगी जाहिर की है। शनिवार को हुई बैठक में गठबंधन की ओर से कहा गया कि वे जेपीसी में मौजूद दूसरे दलों के सदस्यों के साथ मिलकर इस रिपोर्ट को खारिज करने की दिशा में काम करेंगे। एनडीए ने दलों से अपील की कि वे कमिटी में बहुमत के जरिए इस रिपोर्ट को खारिज करने में मदद करें।
वरिष्ठ लालकृष्ण आडवाणी के घर शनिवार को हुई बैठक में एनडीए संयोजक शरद यादव के अलावा सभी घटक दलों के प्रतिनिधि मौजूद थे। यह बैठक संसद के सोमवार से शुरू होने वाले सत्र के लिए रणनीति बनाने के इरादे से बुलाई गई थी। बैठक के बाद आडवाणी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, जसवंत सिंह और अरुण शौरी का नाम घसीटा जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। पिछले कुछ वक्त से वाजपेयी बीमार हैं। वैसे भी सभी जानते हैं कि इस तरह के आरोप वाजपेयी पर नहीं लगाए जा सकते।
बीजेपी सदस्यों ने जेपीसी का बहिष्कार क्यों नहीं किया? इस सवाल पर आडवाणी ने कहा कि यह सही है कि लगभग 3 महीने पहले बीजेपी सदस्य जेपीसी से हटना चाहते थे, लेकिन हम देखना चाहते थे कि सरकार इस मामले में किस हद तक जा सकती है। उन्होंने कहा कि हम सरकार को पूरी तरह से एक्सपोज करना चाहते थे। आडवाणी ने यह भी कहा कि संसद सत्र के पहले दिन कोयला घोटाले का मामला उठाया जाएगा।
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