मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग एक बार फिर से दुहराते हुए शनिवार को कहा कि विशेष पैकेज के तौर पर केन्द्र से 12 हजार करोड़ रुपए स्वीकृत होने के बावजूद विशेष राज्य को लेकर उनकी मुहिम जारी रहेगी।
नीतीश कुमार पश्चिम चंपारण जिले के बगहा दो प्रखंड के थारू बहुल हरणाटांड उच्च विद्यालय परिसर में थरूहट समेकित विकास अभिकरण के तहत चलाए जा रहे 155 करोड़ के 245 योजनाओं का शिलान्यास उद्घाटन करने के बाद एक समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने विपक्ष के इस आरोप को कि विशेष पैकेज मुख्यमंत्री को लुभाने के लिए दिया गया है. को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह बिहार के वाजिब हक का महज एक हिस्सा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार राज्य के इस अतिपिछडे़ क्षेत्र में रहने वाले बेरोजगार युवक-युवतियों को कौशल प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने के प्रयास में जुटी है। उन्होंने थरूहट में चलाए जा रहे विभिन्न रोजगार योजनओं की सराहना करते हुए कहा कि नेपाल की अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगे और घने जंगलों से घिरे अतिपिछडे़ क्षेत्र में आज विकास की चमक दिखाई दे रही है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने थरूहट में बेहतर शिक्षा के लिए निजी स्तर से संचालित युगल शाह कन्या उच्च विद्यालय हरणाटांड और जगन्नाथ उच्च विद्यालय का अधिग्रहण कर इन्हें सरकारी मान्यता देने की घोषणा भी की। कुमार ने लाभान्वितों के बीच कई योजनाओं की अनुदान राशि एवं रोजगारन्मुखी मशीनों एवं औजारों का वितरण भी किया।
समारोह को जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, लोक स्वास्थ्य एवं अभियंत्रण मंत्री चन्द्र मोहन राय, सांसद संजय जायसवाल, सांसद वैद्यनाथ महतो, विधायक राजेश सिंह, प्रभात रंजन सिंह एवं विधान पार्षद राजेश राम ने भी संबोधित किया।
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