राजमिस्त्रियों का प्रशिक्षण ‘‘मर्यादा अभियान’’ के सफल क्रियान्वयन हेतु
दिनांक 30.04.12 एवं 01.05.13 को जिला पंचायत में दो दिवसीय राजमिस्त्रियों का प्रशिक्षण का शुभारंभ श्री बी.एस. जामोद मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत के द्वारा किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य निर्मल भारत अभियान (मर्यादा अभियान) अंतर्गत पात्र हितग्राहियों के यहां शौचालय का निर्माण कर बहु-बेटियों की मर्यादा की रक्षा के साथ ही ग्राम को शौचमुक्त/निर्मल करते हुये स्वच्छता कायम किया जाना है, ताकि ग्रामीण स्वस्थ्य रहे। उद्देश्य की पूर्ति तभी संभव है जब उस ग्राम में प्रशिक्षित राजमिस्त्रि होंगे तो तकनीकी मापदण्ड के साथ ही कम लागत के शौचालय बनाने की विधि में पारंगत होंगे। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिये जिला पंचायत के सभाकक्ष में लगभग 15 ग्रामों के 40 राजमिस्त्रियों का एक दिवसीय सैद्वांतिक प्रशिक्षण किया गया जिसमें श्री जी.एस. चैहान प्रभारी अधिकारी एनबीए एवं सुश्री संतोषी तिवारी क्षेत्रीय समन्वयक समर्थन संस्था सीहोर तथा श्री बी.एम. मालवीय ब्लाॅक समन्वयक जनपद पंचायत सीहोर के द्वारा तकनीकी जानकारी के साथ ही शासन द्वारा शौचालय हेतु दी जाने वाली सहयोग राशि के संबंध में जानकारी दी गई।
उपस्थित प्रतिभागियों द्वारा सत्र के प्रथम दिवस में आशंका व्यक्त की गई थी कि एक शौचालय कम से कम 35 से 40 हजार में बनता है परंतु इस आशंका को द्वितीय दिवस ग्राम पंचायत डोडी के ग्राम रातीखेड़ा में आयोजित प्रायोगिक रूप से बनाये जा रहे शौचालय में स्वंय राजमिस्त्रियों के द्वारा इस ग्राम में श्री मोरसिंह एवं श्री खुशीलाल के यहां दो शौचालय के सुपर स्ट्रक्चर राजमिस्त्रियों के द्वारा बनाए गए। उक्त शौचालय 4ग4ग4 फीट लंबाई, चैडाई एवं गहराई के खोदते हुये 165 से 170 ईंट, आधी बोरी सीमंेट एवं दो डब्बे रेत के साथ गढ्ढे तैयार किये जिस पर रूरल पेन लगाते हुये ग्रामीणों की उपस्थिति में तैयार किये। श्री खुशीलाल दोनों पति-पत्नि काफी बुजुर्ग है, अकेले रहते हैं, तीन बेटे बहू के साथ अलग रहते हैं जब इनके घर राजमिस्त्रियों के द्वारा शौचालय बनाया गया तो इनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
ग्राम रातीबढ़ के श्री शिवनारायण जो कि स्वच्छता प्रेरक का भी कार्य कर रहे हैं, इनके प्रोत्साहन से इस गांव में लगभग 25-30 शौचालय पूर्ण कराए। इस ग्राम में केवल तीन परिवार ओर शेष हैं जिनके यहां शौचालय बनाए जाना है। इन परिवारांे के द्वारा भी आश्वासित किया गया कि आगामी एक माह में पूरे गांव को खुले में शौचमुक्त कर निर्मल ग्राम बना लेंगे। श्री चैहान द्वारा बताया गया कि जिला पंचायत के माध्यम से जिले के 587 चिन्हित प्रस्तावित मर्यादा ग्रामों में कलस्टरवार राजमिस्त्रियों का प्रशिक्षण दिया जायेगा। सीहोर विकासखण्ड में प्रथम चरण का प्रशिक्षण किया गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य कम लागत में तकनीकी एवं गुणवत्तापूर्ण शौचालय का निर्माण किया जावे तथा शासन की योजना का लाभ प्रत्येक पात्र हितग्राही को मिल सके ताकि कलेक्टर महोदय के संकल्प ‘‘सीहोर बने न्यारा यही संकल्प हमारा’’ को हम सार्थक करने का प्रयास कर रहे हैं।
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