एसपी सिटी के खिलाफ पुलिस मुख्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठी युवती
- धारा 376 का मुकदमा दर्ज कराने की मांग
देहरादून, 6 मई । हल्द्वानी की एक युवती सोमवार पुलिस मुख्यालय में हल्द्वानी के एसपी सिटी के खिलाफ धारा 376 का मुकदमा दर्ज कराने के लिए वहां आ धमकी और उसने मुख्यालय के अंदर आमरण अनशन पर बैठने की रणनीति बनाई लेकिन तमाम पुलिस फोर्स ने उसे वहां अनशन पर नहीं बैठने दिया। जिसके बाद वह मुख्यालय के बाहर डट गई जिस पर एसपी देहात, सीओ कोतवाली सहित खुफिया विभाग की महिला दरोगा युवती को सचिवालय में ले जाने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक गई, लेकिन युवती ने सचिवालय में जाने से इंकार कर दिया और साफ तौर पर कहा कि अगर उसकी हत्या हो गई तो इसके जिम्मेदार पुलिस महकमें के वे सभी अधिकारी होंगे, जो इस पूरे प्रकरण में शामिल है और जिन से वह अभी तक मिलती आ रही है। दोपहर में वह मुख्यालय के बाहर आमरण अनशन पर बैठ गई और साफ तौर अल्टीमेटम दिया कि जब तक आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज नहीं होगा तब तक वह आमरण अनशन करती रहेगी। युवती के आसपास महिला दरोगाओं को तैनात कर दिया गया था। युवती के पुलिस मुख्यालय में पंहुचने से पांच मिनट पहले ही प्रदेश के डीजीपी वहां से चले गए। युवती का साफ तौर कहना है कि अगर उसकी हत्या हो गई तो इसके जिम्मेदार पुलिस के कई अधिकारी होंगे। इतना ही नहीं उसने यहां तक कहा कि उसकी मौत के जिम्मेदार डीजीपी भी होंगे क्योंकि वह उससे मुंह छुपा रहे है।
उल्लेखनीय है कि हल्द्वानी की एक महिला पत्रकार 26 अप्रेल को उत्तराखंड पुलिस के मुख्यालय पहुँची जहाँ उसने डीजीपी सत्यव्रत और आईजी लॉ एंड ऑर्डर राम सिंह मीणा को बताया की हल्द्वानी के एसपी सिटी प्रमेन्द्र डोभाल ने उसे शादी का झांसा देकर कई बार उसके साथ शारीरिक शोषण किया है, इतना ही नहीं इस महिला पत्रकार ने बताया की उसके मोबाइल में कई अश्लील मेसेज थे, जो प्रमेन्द्र डोभाल ने अपने सरकारी सीयूजी नंबर से भेजे हैं, उसका कहना है की बार-बार वो पुलिस मुख्यालय पहुँच रही है, और डीजीपी समेत कई बड़े अधिकारियों से मिल भी चुकी है, लेकिन अभी तक उसके मामले में कोई कार्यवाही नहीं हुई है। वहीं महिला पत्रकार शनिवार को भी फिर डीजीपी से मिलने पहुँची थी और उसका कहना है कि अब उसे जान से मारने की धमकी मिल रही हैं और बार-बार प्रमेन्द्र डोभाल के लोगों के द्वारा उसे डराया जा रहा है, उसका यह भी कहना है की अगर मामले में कोई कार्यवाही नहीं होती है तो वह पुलिस मुख्यालय में आत्मदाह कर लेगी।
युवती से मिली जानकारी के अनुसार उसने प्रदेश के डीजीपी को 20 दिन पूर्व एक शिकायत पत्र देकर हल्द्वानी के एएसपी प्रमेन्द्र डोभाल पर आरोप लगाया था कि उसने उसको शादी का झांसा देकर कई बार यौन शोषण किया। युवती ने बताया कि इससे पहले भी उसने नैनीताल के एसएसपी सहित, कुमांऊ के डीआईजी सहित पुलिस के अन्य महत्वपूर्ण अधिकारियों को शिकायती पत्र भेजा अंततः थक हार कर उसने डीजीपी को शिकायती पत्र भेजा, लेकिन सारे शिकायती पत्र कहां दफन होकर रह गए, यह जांच का विषय है। युवती का सीधा आरोप है कि पुलिस के सारे अधिकारी अपने अधिकारी को बचाने की साजिश में शामिल हैं।
(राजेन्द्र जोशी)
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