बेतिया समाहारणालय के नाजिर रहस्यमय तरीके से गायब
- परिजनों ने जतायी अपहरण की आशंका, छानबीन में जुटी पुलिस
बेतिया (प.च.)। 24 घंटे के बाद भी कोई सुराग नहीं मिल पाया है कि बेतिया समाहरणालय के गायब नाजिर की। बताते चलें कि सोमवार को करीब दो बजे दिन में नाजिर अरविन्द कुमार वर्मा कार्यालय के कर्मियों से यह कहकर समाहरणालय से बाहर गये कि मैं सेविंग कराकर आ रहा हूं। उस वक्त नाजिर की मोबाइल व चाबी भी उनके कार्यालय के टेबुल पर ही था। उनकी बाइक भी समाहरणालय परिसर में ही खड़ी थी। देर रात तक नाजिर के कार्यालय वापस नहीं आने पर कार्यालयकर्मियों ने इसकी सूचना अपने वरीय पदाधिकारियों को दी और फिर शुरू हुई नाजिर की खोजबीन। लेकिन कोई पता सुंराग नहीं मिल पाया। इस बाबत पूछने पर बेतिया एसपी सुनील कुमार नायक मेघावत ने बताया कि सोमवार को अपहरण की ऐसी कोई भी बात सामने नहीं आई है, लेकिन नाजिर के गायब होने के मामले में एक सनहा दर्ज किया गया है और उनकी खोजबीन की जा रही है। चैबीस घंटे बीत जाने के बाद इस मामले में अपहरण की एक प्राथमिकी दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी जायेगी। लेकिन अभी तक अपहृत नाजिर की कोई ठोस सुराग नहीं मिल सका है। उधर नाजिर के परिजन भी बेचैन हैं और अपहरण आशंका जता रहे हैं। इधर तरह तरह की अटकलों का बाजार गर्म है।
पत्नी ने प्रेमी से मिल करा दी पति की हत्या
- पकड़ाये पत्नी और प्रेमी सहित तीन ने किया पुलिस के समक्ष खुलासा
- प्रेमी निकला बेतिया प्रधान डाकघर का कर्मी
बेतिया पत्नी ने ही कराई थी प्रेमी से मिल कराई थी पति हत्या। इस मामले में पुलिस ने पत्नी और प्रेमी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसके साथ ही मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शत्रुघ्न शर्मा हत्याकाण्ड का पूरी तरह उद्भेदन हो चुका है। उक्त जानकारी देते हुए एसपी सुनील कुमार नायक मेघावत ने बताया कि गत 5 अप्रैल की सुबह पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सनसरैया स्थित बड़ी नहर के पास से कदमवा टोला निवासी शत्रुघ्न शर्मा का शव बरामद किया था जिसकी गला में टेलीफोन तार से गला घोट हत्या कर दी गई थी। मृतक का मोबाइल फोन भी गायब था। पुलिस ने इस मामले में एसडीपीओ रामानंद कौशल एवं मुफस्सिल थानाध्यक्ष प्रियरंजन ने मोबाइल के आधार पर जांच पड़ताल शुरू कर दी थी। लेकिन कुछ दिन बाद मृतक की पत्नी बबीता देवी ने अपने ससुराल वालों पर दबाव बनाने लगी कि उसका शादी एक युवक से करा दिया जाय, जो बहुत ही अच्छा काम करता है। इस बीच बबीता के मोबाइल में उस प्रेमी युवक का फोटो भी था, जो दिखाते हुए बबीता ने कहा कि यह युवक वहीं जिससे वह शादी करना चाहती थी। इस बात की जानकारी मृतक के भाई ने एसडीपीओ रामानंद कौशल को दिया। उसके बाद एसडीपीओ सकते आ गये और उसका फोटो देख पहचान किया कि उक्त युवक प्रधान डाकघर का कर्मचारी कमरूल हसन है, जो जिले के साठी थाना क्षेत्र का निवासी हे। वहीं मृतक के मोबाइल का लोकेशन कभी मध्य प्रदेश तो कभी महाराष्ट्र बता रहा रहा था। पुलिस ने इस मामले में गहन जांच पड़ताल करते हुए कमरूल हसन व उसका भतीजा इकबाल को गिरफतार कर लिया। पूछताछ के क्रम दोनों गिरफतार युवकों ने हत्याकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार करते हुए बताया कि चार अप्रैल की शाम कमरूल हसन ने श़त्रुघ्न को पहाड़पुर में पार्टी देने के लिए अपनी मोबाइल से बुलाया और शत्रुघ्न को लाने हेतु अपने भतीजा एकबाल को मोटरसाइकिल से भेजा। उसके बाद एकबाल शत्रुघ्न को लेकर आया और जमकर शराब आदि पिलाया गया। उसके बाद रात्रि में नहर पर लाकर शत्रुघ्न की टेलीफोन तार से गर्दन कसकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड की साजिश मृतक की पत्नी बबीता देवी के मेल में आकर रची गई थी। पुलिस ने मृतक की पत्नी बबीता देवी को भी गिरफ्तार कर लिया है। इन तीनों की गिरफ्तारी से इस हत्याकांड का पूरी तरह खुलासा हो गया है। इस मौके पर एसडीपीओ रामानंद कौशल, मुफस्सिल थानाध्यक्ष प्रियरंजन, पुअनि अशोक कुमार उपस्थित रहे।
भूमि विवाद में एक की हत्या
बेतिया (प.च.)। बैरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत शाही टोला में सोमवार की रात एक ग्रामीण की हत्या भूमि विवाद में कर दिये जाने की सूचना मिली है। जानकारी के अनुसार शाही टोला निवासी अख्तर मियां पिता किताब हुसैन की हत्या कतिपय लोगों ने भूमि विवाद मंे कर दी है। बताया गया है कि गांव में पूर्व से दो लोगों के बीच भूमि विवाद चल रहा था। इस बीच पता चला कि गांव के सरेह से अख्तर मियां का शव बरामद हुआ। लेकिन उसकी मौत कैसे हुई, इसकी जानकारी नहीं मिली। पुलिस का कहना है कि ग्रामीण बता रहे हैं कि उसकी हत्या की गइ है। वैसे इस मामले की छानबीन जारी है।
दुर्घटना में युवक की मौत
बेतिया (प.च.)। मनुआपुल थाना क्षेत्र के छावनी चैक पर सोमवार की देर रात करीब 11 बजे एक अज्ञात जीप चालक ने एक तीस वर्षीय युवक को ठोकर मार दी। जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर हो गई। पुलिस ने उसके शव को मंगलवार को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया। उसकी पहचान चनपटिया थाना क्षेत्र के अवरैया बरई टोला निवासी संजीव कुमार उर्फ राकेश पिता कृष्णमोहन प्रसाद चैरसिया के रूप मंे हुई है। पुलिस शव को परिजनों को सौपने के बाद मामले की छानबीन में जुट गई है। वैसे पुलिस को कतिपय लोगों ने बताया कि संजीव कुमार चैक से गुजर रहा था तभी एक जीप चालक उसे ठोकर मारकर फरार हो गया।
कोर्ट परिसर में छापा, दर्जनभर धराये, तीन से पूछताछ जारी
बेतिया (प.च.)। बेतिया कोर्ट परिसर में अपराधियों व असामाजिक तत्वों की प्रवेश करने की सूचना पर मंगलवार को पुलिस ने छापामारी कर जांच पड़ताल की। इस क्रम में पुलिस ने शंका के आधार पर करीब एक दर्जन लोगों को हिरासत में लिया और जांच पड़ताल करने के बाद अन्य को तो मुक्त कर दिया। लेकिन उसमें से तीन लोगों को संदेह के आधार पर पुलिस हिरासत में ही रखा गया है। जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है। उनके बारे में विधिवत जानकारी हासिल की जा रही है। यह जानकारी देते हुए बेतिया एसपी सुनील कुमार नायक मेघावत ने बताया कि कुछ अपराधियों की ओर से न्यायालय परिसर पहुंचकर क्षति पहुंचाने की योजना की सूचना मिली थी। जिसके तहत जिला एवं सत्र न्यायाधीश के आदेश पर उक्त छापेमारी की गई है। उन्होंने कहा कि एसएसबी का डाॅग स्क्वायड मंगाया जा रहा है, जिससे बुधवार को न्यायालय परिसर में जांच कराई जायेगी।
मुख्यमंत्री के आदेश के बावजूद नहीं हो सका सड़क का निर्माण
बेतिया (प.च.)। नगर के पुलिस लाइन से रामलखन सिंह यादव काॅलेज जाने वाली सड़क एवं बेतिया प्रखण्ड से बेतिया-अरेराज मुख्य पथ को जोड़ने वाली सड़क कई वर्षो से अपने पुर्ननिर्माण की आस में आॅखें बिछाये बैठी है। मालूम हो कि 1985 में उक्त सड़क का निर्माण आरईओ द्वारा कराया गया था। तबसे लेकर आजतक इस जर्जर पड़े सड़क का निर्माण की ओर किसी भी जनप्रतिनिधि एवं विभाग का ध्यान इस ओर नहीं गया है। उक्त सड़क में जगह-जगह टूटा हुआ संडक में कई बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील हो गई है। जिस कारण आये-दिन छोटी बड़ी दुर्घटनाएं होती ही रहती है। लेकिन किसी भी अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं जाता है। इस सड़क के निर्माण के लिए मुख्यमंत्री की सेवा यात्रा के दौरान स्थानीय वार्ड पार्षद श्यामा देवी, सुरेन्द्र नारायण सिन्हा, जगन्नाथ प्रसाद, शिवजी मिश्र, विश्वनाथ पाण्डेय सहित दर्जनों ने अपने हस्ताक्षर युक्त आवेदन मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिया था। मुख्यमंत्री ने उक्त सड़क निर्माण कराने का अदेश विभाग को दिया था। लेकिन आज तक सड़क निर्माण नहीं हो सकी है।
भुखमरी के कगार पर बनपोषक
बेतिया (प.च.)। बेतिया प्रखंड के सभी पंचायतों में मनरेगा में कार्यरत वनपोषकांे का एक वर्ष से मजदूरी का भुगतान नहीं हो सका है। उनके परिजन भुखमरी के स्थिति में आ गये हैं। मालूम हो कि प्रखण्ड के पूर्वी करगहिया पंचायत के 200 सौ से उपर वनपोषकों को काम किये एक वर्ष से ज्यादा हो गया, लेकिन अभी तक उन्हें अपनी मेहनताना नहीं मिल सका है। इस संबंध में प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी अंजनी सिन्हा ने बताया कि इस प्रखण्ड के एक पंचायत में 70 लाख रूपये वनपोषकांे की मजदूरी बकाया है। और अन्य पंचायतों में 10 से 20 लाख रूपये बाकी है। इसके लिए जिला कार्यालय को लिखा गया है, लेकिन जिला से अभी तक पैसा नहीं आया है जैसे ही जिला से पैसा आ जायेगा, भुगतान कर दिया जायेगा।
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