वाई.एस.आर. कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष वाई.एस.जगनमोहन रेड्डी के आय से अधिक सम्पति मामले में आंध्र प्रदेश के दो केबिनेट मंत्रियों के खिलाफ आरोप तय किए जाने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री किरन कुमार रेड्डी को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। पार्टी से जुड़े सूत्रों ने सोमवार को बताया कि दोनों ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर अपने इस्तीफे रविवार रात सौंप दिए। वैसे उनके इस्तीफे की आधिकारिक पुष्टि सोमवार को की जाएगी। मुख्यमंत्री सम्भवत: उनका इस्तीफा राज्यपाल ई.एस.एल नर्सिम्हन को सौंपेंगे।
राज्य की पहली महिला गृहमंत्री पी.सबिता इंद्रा रेड्डी और सड़क एवं भवन मंत्री धर्मणा प्रसाद राव ने मध्यरात्रि के करीब मुख्यमंत्री से उनके निवास पर मुलाकात की। इसके बाद दोनों मंत्रियों ने अपने फोन बंद कर दिए और आधिकारिक वाहन सौंपने के बाद अपने निजी वाहन से अपने घर चले गए जिससे दोनों के इस्तीफे को लेकर चर्चाएं तेज हो गईं। इन दोनों के इस्तीफे की पेशकश तेलुगू देशम पार्टी (पीडीपी) प्रमुख एन.चंद्रबाबू नायडू के नई दिल्ली में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात कर भ्रष्ट मंत्रियों को हटाए जाने की मांग किए जाने से कुछ घंटे पहले हुई है।
कांग्रेस नेतृत्व ने शनिवार को यह साफ कर दिया था कि इन मंत्रियों को स्वेच्छा से इस्तीफा देना चाहिए। मुख्यमंत्री के चार दिन के दिल्ली प्रवास और उनके प्रमुख नेताओं से मुलाकात के बाद यह निर्देश दिया गया था। हैदराबाद लौटने के बाद उन्होंने धर्मणा और सबिता को सम्मन भेजा था। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के चौथे आरोपपत्र में धर्मणा का नाम आने पर उन्होंने इस्तीफे की पेशकश की थी लेकिन मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार नहीं किया था तथा उन्होंने सीबीआई को उनके खिलाफ मुकदमा चलाए जाने की भी इजाजत नहीं दी थी।
इसी तरह पांचवे आरोप पत्र में नाम आने पर सबिता द्वारा इस्तीफे की पेशकश पर मुख्यमंत्री ने इसे भी ठुकरा दिया था। दोनों मंत्री जगनमोहन रेड्डी के पिता वाईएसआर रेड्डी के कार्यकाल (2004-09) में केबिनेट मंत्री रह चुके हैं।
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